BJP ने फिर किया AAP पर हमला, कहा राजनीतिक अविश्वास के प्रतीक बन गयी है
डॉ त्रिवेदी ने कहा, “अरविंद केजरीवाल ने अपनी राजनीति में जिस प्रकार से कथनी और करनी में अंतर दिखाया है
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आम आदमी पार्टी (आप) के मुखिया एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर उनके राजसी ‘शीशमहल’ को लेकर शुक्रवार को करारा हमला किया और कहा कि आप एवं उनके जैसे तमाम राजनीतिक दल अविश्वास के प्रतीक बन गए हैं। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ सुधांशु त्रिवेदी ने यहां भाजपा के केंद्रीय कार्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया और केजरीवाल पर उनकी कथनी और करनी में सबूतों के साथ फर्क बताते हुए केजरीवाल के राजशाही ‘शीशमहल’ को लेकर जम कर हमला किया।
डॉ त्रिवेदी ने कहा, “अरविंद केजरीवाल ने अपनी राजनीति में जिस प्रकार से कथनी और करनी में अंतर दिखाया है, इससे सिर्फ अरविंद केजरीवाल की विश्वसनीयता ही नहीं, बल्कि उनकी राजनीतिक साख पर प्रश्नचिह्न लग गया है। अरविंद केजरीवाल की तरह छलावा पूर्ण बातों के कारण अक्सर राजनीतिक दलों के बारे में जनता में अनास्था उत्पन्न होती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारतीय राजनीति में प्रामाणिकता का प्रतीक हैं जबकि आम आदमी पार्टी और उनके जैसे तमाम राजनीतिक दल अविश्वास के प्रतीक बन गए हैं। ” केजरीवाल के आवास पर लगे सेंसर वाले स्लाइडिंग डोर का वीडियो दिखाते हुए भाजपा प्रवक्ता ने तंज कसा कि यहां पर आंखों के द्वार खुलने के साथ-साथ श्री केजरीवाल के निर्लज्जता के द्वार भी खुल गए हैं। केजरीवाल के घर को लेकर आम आदमी पार्टी के नेता देश के राष्ट्रीय स्तर के नेताओं से उनकी तुलना करते नजर आए हैं लेकिन अब जिस प्रकार के तथ्य नजर आए हैं, उससे वे इस संदर्भ (स्लाइडिंग डोर) में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंचते दिख रहे हैं। केजरीवाल के भ्रष्टाचार और तानाशाहीपूर्ण रवैये पर कटाक्ष करते हुए डॉ त्रिवेदी ने कहा कि अभी तक ऐसा लगता था कि केजरीवाल बड़े भ्रष्टाचार करने वाले नेताओं के वैभवशाली मकानों के समकक्ष हैं लेकिन अब ऐसा प्रतीत होता है कि सद्दाम हुसैन और किम जोंग उन के मकान में जिस प्रकार की विलासी चीजें नजर आती थीं, उसके समकक्ष चीजें केजरीवाल के मकान में दिख रही है। वह क्षेत्रीय दल से राष्ट्रीय दल बनने के साथ-साथ इस मामले में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पहुँच गए से लगते हैं।
भाजपा प्रवक्ता ने एक वीडियो दिखाया जिसमें केजरीवाल ये कहते हुए दिख रहे हैं कि मुख्यमंत्री के रूप में उन्हें बस चार-पांच कमरे वाले मकान की जरूरत और उन्हें बस पैर पसारने की जगह चाहिए। उनकी पार्टी के नेता के पास कोई बड़े बंगला, गाड़ी और सुरक्षाकर्मी नहीं होगा लेकिन अब उनके शीशमहल से खुलासा हो रहा है कि उनकी राजनीति किस तरह की है। उन्होंने कहा, “जैसा कि आपने वीडियो में देखा कि अरविंद केजरीवाल के घर में सेंसर वाले ऐसे दरवाजे लगे हैं, जो बड़े-बड़े संस्थानों, एयरपोर्ट आदि बड़ी जगहों पर लगाए जाते हैं। इसे खोलने और बंद करने में छूने की जरूरत नहीं पड़ती है। इसका राजनीतिक अर्थ समझिए। अरविंद केजरीवाल जी किसी चीज को हाथों से टच नहीं करते हैं। फाइल को भी टच नहीं करते हैं। सब रिमोट से चलाते हैं। कहीं सत्येन्द्र जैन से काम करवा देंगे तो कहीं मनीष सिसोदिया से, लेकिन खुद हस्ताक्षर नहीं करेंगे। और तो और, पार्टी को भी टच नहीं करते हैं। मीडिया के अनुसार ये पंजाब की सरकार भी रिमोट से चलाते हैं। ”
डॉ त्रिवेदी ने केजरीवाल के एक बयान को शब्दशः स्मरण कराते हुए कहा,“ केजरीवाल ने 27 अगस्त 2013 को एक ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने लिखा कि ‘दिल्ली के मुख्यमंत्री शीला दीक्षित जी के घर में 10 एयरकंडीशनर लगे हुए हैं। मैंने सुना है कि उनके बाथरूम में भी “एसी” लगे हुए हैं। कौन भरता है उनके “एसी” का बिल, मैं और आप भरते हैं। मेरा कलेजा तो कांप उठता है कि दिल्ली की 40 प्रतिशत जनता झुग्गियों में रहती है और कोई मुख्यमंत्री कैसे आलीशान मकान में रह सकता है।’ आज अरविंद केजरीवाल के शीशमहल में ये सभी चीजें लग रही हैं। अरविंद केजरीवाल के सत्ता में आने से पहले और बाद की कथनी और करनी में भारी अंतर को धोखा बताते हुए उन्होंने कहा कि शायद ऐसे ही लोगों के लिए यह पंक्ति लिखी गयी है कि “ बिजली की चकाचौंध में देख दीप की लौ रोती है, अरे हृदय को थाम, महल के लिए झोपड़ी बलि होती है। ” भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि यहां पर विषय अरविंद केजरीवाल पर सिर्फ आरोप लगाने का नहीं है, सिर्फ उनका असली चेहरा दिखाने का नहीं है, विषय सिर्फ उन पर कटाक्ष करने का नहीं है, बल्कि यह विषय उस विश्वास और धोखे का है जो दिल्ली की जनता ने अनुभव किया है क्योंकि दिल्ली की जनता ने उनकी बातों पर विश्वास किया था। केजरीवाल की ‘मुफ्त की राजनीति’ के संदर्भ में डॉ त्रिवेदी ने कहा कि केजरीवाल ने मुफ्त की राजनीति में दिल्ली की जनता को सबसे बड़ा धोखा दिया है। इन बातों को एक पंक्ति में डॉ त्रिवेदी ने कहा,
“धोखे की यही खासियत होती है जनाब, यकीन के साथ अक्सर मुफ्त में मिल जाती है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने मुफ्त में कुछ और दिया हो या नहीं दिया हो, मगर दिल्ली की जनता के विश्वास को मुफ्त में जरूर छला है। उन्होंने केजरीवाल को सलाह देते हुए कहा कि मीडिया में अब केजरीवाल के सभी द्वार खुलकर सामने आ रहे हैं जिसके लिए हाथ लगाने की भी कोई जरूरत नहीं है। पारदर्शी और शुचितापूर्ण राजनीति जैसे छलावे देने वाले केजरीवाल, अब मीडिया और अन्य लोगों को अपने महल देखने के लिए छोड़ दें।