बुरे फंसे बेरिस्टर- ओवैसी की सांसदी पर मंडरायें संकट के बादल
जिसमें असदुद्दीन ओवैसी की लोकसभा सदस्यता को घोषित करने की डिमांड की गई है।
नई दिल्ली। 18वीं लोकसभा के लिए शपथ ग्रहण करने के बाद जय फिलिस्तीन कहते हुए लोगों की वाहवाही बटोरकर हीरो बनने के चक्कर में बैरिस्टर बुरी तरह से फंस गए हैं। शपथ के दौरान जय फिलिस्तीन कहने वाले ओवैसी को लेकर राष्ट्रपति को चिट्ठी लिखे जाने के बाद अब एआईएमआईएम नेता की सांसदी पर संकट के बदले मंडरा गए हैं।
दरअसल वरिष्ठ अधिवक्ता हरिशंकर जैन की ओर से एआईएमआईएम के सुप्रीमों असदुद्दीन ओवैसी द्वारा संसद के भीतर लोकसभा सदस्य की शपथ ग्रहण करने के दौरान जय फिलिस्तीन कहे जाने को लेकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को एक चिट्ठी लिखकर भेजी गई है। जिसमें असदुद्दीन ओवैसी की लोकसभा सदस्यता को घोषित करने की डिमांड की गई है।
राष्ट्रपति को भेजे गए लेटर में अधिवक्ता हरि शंकर जैन ने महामहिम से अनुरोध करते हुए अवगत कराया है कि 25 जून 2024 को संसद सदस्य के रूप में हैदराबाद से एक बार फिर से लोकसभा सदस्य चुने गए असदुद्दीन ओवैसी द्वारा विदेशी देश फिलिस्तीन के प्रति अपनी निष्ठा और पालन को स्वीकार करने के लिए असदुद्दीन ओवैसी को संसद के पद से अयोग्य घोषित किया जाए।
उल्लेखनीय है कि हैदराबाद से पांचवीं बार संसद सदस्य निर्वाचित हुए असदुद्दीन ओवैसी ने बीते दिन उर्दू में शपथ ग्रहण करने के पहले सदन में दुआ पढी थी और अपनी शपथ के बाद उन्होंने मुसलमानों के लिए एआईएमआईएम का नारा बुलंद करने के अलावा अपने राज्य तेलंगाना, बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के पक्ष में नारा लगाने के साथ-साथ पश्चिम एशिया के उस क्षेत्र के पक्ष में नारा लगाया था जो वर्तमान समय में युद्ध का सामना करना पड़ रहा है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चल रही चर्चाओं का केंद्र बिंदु है।