सरकार का पक्ष सुनने के बाद राजनीतिक दलों की भी बात सुने चुनाव आयोग- सपा

सपा ने कहा कि चुनाव कार्यक्रम तय करने को लेकर चुनाव आयोग सरकार से साथ राजनीतिक दलों का भी पक्ष सुने

Update: 2021-12-25 15:43 GMT

देवरिया। उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव की समीक्षा के लिये अगले सप्ताह प्रदेश के दौरे पर आ रहे चुनाव आयोग से समाजवादी पार्टी ने मांग की है कि मुख्य चुनाव आयुक्त की अगुवाई वाले उच्च स्तरीय प्रतिनिधि मंडल को सरकार का पक्ष सुनने के बाद इस विषय में सभी राजनीतिक दलों की बात भी सुननी चाहिये।

सपा के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व सांसद रमाशंकर राजभर ने शनिवार को यहां कहा कि चुनाव कार्यक्रम तय करने को लेकर चुनाव आयोग सरकार से साथ राजनीतिक दलों का भी पक्ष सुने। उल्लेखनीय है कि मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा के नेतृत्व में आयोग का उच्च स्तरीय प्रतिनिधि मंडल, उत्तर प्रदेश में चुनावी तैयारियों की समीक्षा के लिये 28 से 30 दिसंबर तक प्रदेश के दौरे पर रहेगा। इस दौरान कोरोना के बढ़ते खतरे के मद्देनजर चुनाव टालने के इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अनुरोध को देखते हुये आयोग इस पहलू की भी जांच करेगा।

पूर्व सांसद रमाशंकर राजभर ने कहा कि आयोग को चुनावी तैयारियों की समीक्षा के दौरान सरकार और जिला प्रशासन के साथ बैठक के बाद राजनीतिक दलों के साथ भी अलग से बैठक करना चाहिये। इससे पूरी प्रक्रिया की निष्पक्षता को बरकरार रखा जा सकेगा। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी चुनाव में हार के डर से चुनाव को टालने की फिराक में है। कोरोना को बहाना बनाकर सरकार, विपक्षी दलों का दमन जारी रखने की मंशा रखती है। गौरतलब है कि दो दिन पहले इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुये आयोग से चुनाव टालने का अनुरोध किया था। पूर्व सांसद रमाशंकर राजभर ने कहा कि न्यायालय को इस मामले में कोई टिप्पणी करने से बचना चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से सत्तापक्ष को चुनाव टालने का बहाना बनाने का मौका मिलता है।



 


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