छापे का हुआ डर-नहीं हुआ मलाल-चूल्हे में जला दिए इतने लाख
सरकारें भले ही विभागों को भ्रष्टाचार मुक्त कराने की कोशिशें कर रही हो मगर अकूत संपत्ति के मामले लगातार सामने आ रहे हैं।
नई दिल्ली। केंद्र और विभिन्न राज्य सरकारें भले ही जीरो टॉलरेंस की नीति पर चलने की बात कहते हुए विभागों को भ्रष्टाचार मुक्त किए जाने की कोशिशें कर रही हो, मगर दो नंबर की कमाई के जरिए जोड़ी गई अकूत संपत्ति के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। तेलंगाना में एक व्यक्ति ने छापेमारी के डर से रिश्वत के तौर पर मिले 5 लाख रूपये बिना किसी झिझक के चूल्हे में जला कर फूंक दिए। हालांकि एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने 500 और 2000 रूपये के कुछ नोट बरामद भी किए हैं। लेकिन वह काफी हद तक जल चुके हैं और किसी काम के नहीं रहे हैं।
दरअसल तेलंगाना के वेलंदाना मंडल के तहसीलदार ने कथित तौर पर एक व्यक्ति के कहीं से 5 लाख रूपये की रकम लाने को भेजा था। मंगाई गई उक्त रकम रिश्वत के रूप में आनी थी। भेजा गया व्यक्ति घूस की रकम के 5 लाख रूपये ले आया। मगर उसे इसी दौरान इस बात का डर हो गया कि एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम उसके घर छापा मार सकती है। कार्यवाही की चपेट में आने से बचने के लिए उक्त व्यक्ति ने अपने घर का दरवाजा भीतर से बंद किया और फिर घूंस में मिले पैसों को रसोई घर में रखें गैस के चूल्हे पर रखकर जला दिया।
इसी बीच एसीबी के अधिकारियों को मामले की जानकारी हो गई। इसके चलते टीम छापामार कार्यवाही करने के लिए पहुंच गई। घर से एसीबी के हाथ जले नॉटी लगे हैं। संबंधित व्यक्ति को हिरासत में ले लिया गया है साथ ही उस तहसीलदार को भी गिरफ्तार कर लिया गया है जिसने घूंस की रकम लाने को उक्त व्यक्ति को भेजा था। गौरतलब है कि बीते माह राजस्थान में भी ठीक इसी प्रकार का मामला सामने आया था। जहां सिरोही जिले में एक तहसीलदार ने एंटी करप्शन ब्यूरो की कार्रवाई के डर से लगभग 20 लाख रूपये के नोट कथित तौर पर जला डाले थे।