बुखार का कहर-जिला अस्पताल हुआ फुल-पेड़ के नीचे झोलाछाप कर रहा इलाज

आरंभ हुए डेंगू के कहर से जिला अस्पताल में बच्चों को भर्ती कराने की जगह नहीं बची है

Update: 2021-08-27 09:47 GMT

फिरोजाबाद। आरंभ हुए डेंगू के कहर से जिला अस्पताल में बच्चों को भर्ती कराने की जगह नहीं बची है। जिसके चलते अब झोलाछाप चिकित्सकों ने वृक्षों के नीचे बच्चों का इलाज करना शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि 6 गांव के तकरीबन 50 से ज्यादा बच्चे बुखार से पीड़ित है। एक दिन पहले ही दो बच्चों की मौत हो गई थी।




शुक्रवार को फिरोजाबाद जनपद के नगला अमान, सतावली, सचवानख, इंदिरा कॉलोनी, रेपुरा रोड और नारखी आदि इलाकों में 50 से ज्यादा बच्चों को डेंगू बुखार होने का मामला सामने आया है। जिला अस्पताल में बच्चों के लिए बनाया गया वार्ड हाउसफुल हो गया है। हालत यह है कि अस्पताल में एक बेड पर दो दो बुखार से पीडित बच्चों को लेटाकर इलाज किया जा रहा है। जिससे संक्रमण फैलने का खतरा उत्पन्न हो गया है। बुखार के प्रकोप के बीच स्वास्थ्य विभाग के हालात ऐसे है कि 30 बेड के सीएचसी में ताले लटक रहे हैं। लोगो का उपचार करने के बजाय डॉक्टर हाजिरी लगाकर गायब हो जाते हैं। फार्मासिस्ट लक्ष्मी सिंह ने बताया है कि यहां कभी-कभी अस्पताल खोला जाता है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जाटऊ से संबंध गांव नगला अमान में तकरीबन हर घर में बुखार से पीड़ित लोग हैं। हर घर पर चारपाई बिछी है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग की टीम इलाज के लिए गांव में नही पहुंच रही है। हालात ऐसे हो चले हैं कि बुखार से पीडित बच्चों को लेकर झोलाछाप चिकित्सकों के पास जाना पड रहा है और वह जगह के अभाव में पेड़ों से बोतलें टांगकर मरीजों को ड्रिप चढ़ा रहे हैं। गांव की सपना देवी और उनके बच्चे दिव्या, लकी व हनी भी बुखार से ग्रसित हैं। पेड़ की छांव के नीचे बिछी चारपाई पर लिटाकर झोलाछाप चिकित्सक द्वारा उनका इलाज किया जा रहा था।

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