बनाई वेबसाइट- निस्तारण का दिया झांसा- ठग लिये लाखों रुपये

फर्जी वेबसाइट बनाकर समस्या का निस्तारण कराने का झांसा देकर लाखों की ठगी करने वाले तीन शातिरों को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है।

Update: 2021-03-01 12:36 GMT

हाथरस। फर्जी वेबसाइट बनाकर उस पर लोगों की समस्या का निस्तारण कराने का झांसा देकर लाखों की ठगी करने वाले तीन शातिरों को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है। एसपी विनीत जैसवाल के निर्देशन में खाकी लगातार अपराधियों पर शिकंजा कस रही है।

जानकारी के अनुसार विगत 11 फरवरी को विपुल कुमार गौतम पुत्र अनिल कुमार गौतम निवासी हाथरस ने पुलिस को तहरीर दी थी। विपुल ने बताया था कि विगत 13 दिसम्बर को स्कार्पियो खरीदने के नाम पर उससे धोखाधड़ी करते हुए 1,76,500 रुपये पेटीएम करवा लिये गये। जब उसने इसकी शिकायत ग्राहक सेवा ऑनलाइन वेबसाईट पर की, तो उक्त लोगों द्वारा भी धोखाधड़ी करते हुए उससे 16200 रुपये अपने एकाउंट में डलवा लिये गये। पूरा पैसा वापिस करने के नाम पर उससे और रुपये मांगे गये। पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज करते हुए कार्रवाई शुरू कर दी थी। पुलिस अधीक्षक हाथरस विनीत जैसवाल द्वारा हाथरस पुलिस के साथ ही मामले के खुलासे के लिए साइबर सेल को निर्देशित किया था। 

इस मामले में आज साइबर सेल व हाथरस पुलिस ने विभिन्न हेल्पलाईन कंपनियों की फर्जी वेबसाईट बनाकर लोगों की समस्याओं का निराकरण करने के नाम पर धोखाधड़ी कर रुपये ऐंठने वाले तीन शातिरों को अरेस्ट कर लिया। पूछताछ में आरोपियों ने अपने नाम राहुल अग्रवाल पुत्र पवन अग्रवाल निवासी गाजियाबाद, प्रशान्त गर्ग पुत्र विनोद कुमार गर्ग निवासी नन्दग्राम जनपद गाजियाबाद व कुलदीप सक्सैना पुत्र अशोक सक्सैना निवासी थाना मधूविहार दिल्ली बताये। पुलिस ने आरोपियों के पास से 15 मोबाइल फोन, 5 लेपटाॅप, 3 एटीएम कार्ड, 2125 रुपये की नकदी बरामद की है।

पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे पहले कन्ज्यूमर कंपनी में काम करते थे, जहां ग्राहकों की विभिन्न समस्याओं का निस्तारण करने के नाम पर लोगों से पैसा एकाउंट में डलवाकर उन्हें लूटा जाता था। उक्त कंपनी अब बंद हो चुकी है। उसी कंपनी से सीखकर उन्होंने अपनी वेबसाईट बनवाई। गूगल पर सबसे पहले उनकी साईट दिखे, इसके लिए उन्होंने काफी पैसा खर्च किया। उन्होंने बताया कि वे भोले-भाले लोगों से उनकी समस्या के निस्तारण के लिये यदि डिस्प्यूट एमाउन्ट 3000 रुपये तक है, तो 249 रुपये और यदि एमाउन्ट ज्यादा है, तो उसी आधार पर 5 से 10 हजार रुपये का फार्म फिल कराते थे। विभिन्न राज्यों से कस्टमर द्वारा दी गयी जानकारी के आधार पर हम कस्टमर को काॅल करते थे। पिछले 2-3 महीनों में से लगभग 5 लाख रुपये ठग चुके हैं। आरोपियों को अरेस्ट करने वाली टीम में थाना प्रभारी हाथरस रविन्द्र यादव, जगदीश चन्द्र, एसआई देवेन्द्र कुमार, सुबोध मान, कांस्टेबिल विपिन चैधरी, गौरव तोमर, निखिल चौधरी शामिल रहे।

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