भ्रष्टाचार पर कप्तान का शिकंजा - 24 पुलिसकर्मी लाइन हाजिर
डॉक्टर मीनाक्षी कात्यायन को हुई तो उन्होंने हेड कांस्टेबल सुरेंद्र प्रताप को अवैध वसूली मामले में गिरफ्तार करा दिया।
लखनऊ। एसओजी का सिपाही बताकर अवैध रूप से हिरासत में रखकर वसूली करने वाले हेड कांस्टेबल की गिरफ्तारी के बाद पुलिस कप्तान ने एक साथ 24 पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया है।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के भदोही जनपद के सुरियावां कोतवाली के हेड कांस्टेबल सुरेंद्र प्रताप ने खुद को एसओजी का सिपाही बताते हुए अपने साथ चार अन्य पुलिसकर्मियों को लेकर गिरीश कुमार को अवैध रूप से हिरासत में ले लिया था। हेड कांस्टेबल सुरेंद्र प्रताप पर आरोप है कि उसने गिरीश कुमार को जेल भेजने की धमकी देकर उसके परिजनों से लगभग 2 लाख रुपए रिश्वत के रूप में वसूली लिए। जब इसकी शिकायत भदोही की पुलिस कप्तान डॉक्टर मीनाक्षी कात्यायन को हुई तो उन्होंने हेड कांस्टेबल सुरेंद्र प्रताप को अवैध वसूली मामले में गिरफ्तार करा दिया ।
इसके साथ ही पुलिस कप्तान ने सख्त रुख अपनाते हुए सुरियांवा थाने के हेड कांस्टेबल आलोक सिंह, राजू बंसीवाल, कांस्टेबल सुनील सिंह, औराई कोतवाली के हेड कांस्टेबल श्याम सुंदर यादव, कांस्टेबल अवधेश कुमार, पुष्पेंद्र अहिरवार, चौरी थाने के हेड कांस्टेबल घनश्याम यादव, श्याम सुंदर, इंदल कुमार, भदोही कोतवाली के हेड कांस्टेबल धर्मेंद्र कुमार, घनश्याम पांडे, कांस्टेबल अमित गुप्ता, प्रमोद कुमार, गोपीगंज थाने के हेड कांस्टेबल हरिकेश यादव, प्रमोद तिवारी, सिपाही योगेश कुमार, कुंज थाने के हेड कांस्टेबल फजीउजजमा सिद्दीकी, अजीत सिंह कोइरौना थाने के हेड कांस्टेबल गुलफाम अहमद, दुर्गागंज थाने के कांस्टेबल अजीत कुमार, विकास को एक साथ लाइन हाजिर कर दिया है। बताया जाता है कि इनकी भ्रष्टाचार को लेकर शिकायत थी। एक साथ 24 पुलिस कर्मियों के लाइन हाजिर होने के बाद भदोही पुलिस विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।