ब्लैक फंगस के इंजेक्शन की कालाबाजारी-मेडिकल संचालक को भेजा जेल
महामारी में अवसर तलाशते हुए लोगों को अधिक दाम वसूल कर लूटने का कोई भी मौका नहीं छोड़ रहे हैं
नई दिल्ली। कालाबाजारी करने की लत में पूरी तरह घुस चुके लोग महामारी में अवसर तलाशते हुए लोगों को अधिक दाम वसूल कर लूटने का कोई भी मौका नहीं छोड़ रहे हैं। ब्लैक फंगस जैसी गंभीर बीमारी के इंजेक्शन की कालाबाजारी करने के मामले में एक मेडिकल संचालक को 6 माह के लिए जेल भेज दिया गया है।
मध्यप्रदेश के कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी आशीष सिंह ने मेडिकल संचालक जुगल किशोरकाशिवाल (45) को वैश्विक महामारी कोविड-19 एवं ब्लैक फंगस के दौरान अवैध रूप से केप्सोफ्गिन एसिटेट इंजेक्शन आदि दवाइयों की कालाबाजारी करने पर आवश्यक वस्तु प्रदाय अधिनियम की धारा के तहत कार्रवाई करते हुए 6 माह के लिए केंद्रीय जेल उज्जैन में निरुद्ध करने का आदेश जारी कर जेल भेज दिया है।
गत 28 मई को कोतवाली पुलिस ने ब्लैक फंगस जैसी गंभीर बीमारी में उपयोग आने वाले इंजेक्शन की कालाबाजारी सूचना मिलने पर पुलिस ने ग्राहक बनकर मेडिकल की दुकान पर छापे की कार्रवाई की और ब्लैक फंगस इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वाले मेडिकल व्यवसाई जुगल को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 16 इंजेक्शन जप्त किए। मेडिकल दुकानदार 7 हजार रुपए के ब्लैक फंगस के इंजेक्शन 36 हजार रुपए में बेचता था।