राजभवन में अफसरों ने लिया कारागार के आदर्श बैंड की धुन का 'आनंद'
बैंड की धुन अफसरों को इतनी पसंद आई कि वे तालियां बजाये बिना नहीं रह सके।
लखनऊ। प्रदेश की कारागारों के फार्म में बंदियों द्वारा उत्पादित फल, शाकभाजी एवं सब्जियां भी परंपरागत रूप से राजभवन में लगने वाली प्रदर्शनी में प्रतिभाग के लिये प्रदर्शित की जाती रही है। इस वर्ष इस प्रदर्शनी में कुछ अलग ही नजारा देखने को मिला है। यह अलग नजारा पुलिस महानिदेशक कारागार आनंद कुमार की जेल के आदर्श बैंड द्वारा प्रस्तुत की गई मनमोहक धुन का था। बैंड की धुन अफसरों को इतनी पसंद आई कि वे तालियां बजाये बिना नहीं रह सके।
राजभवन में इन दिनों विगत वर्षों की भांति प्रादेशिक फल, शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी दिनांक 5 फरवरी 2021 से चल रही है। प्रदेश की जेलों के फार्म में बंदियों द्वारा उत्पादित फल, शाकभाजी एवं सब्जियां भी परंपरागत रूप से इस प्रदर्शनी में प्रतिभाग के लिये प्रदर्शित की जाती रही है। इस वर्ष भी प्रदर्शनी में प्रदेश की विभिन्न कारागारों से फल, सब्जियां एवं शाकभाजी प्रदर्शित की गई है। इस बार की प्रदर्शनी में फल, शाकभाजी एवं सब्जियों के अतिरिक्त आदर्श कारागार के आदर्श बंदी बैंड का भी प्रदर्शन किया गया, जो आमजन एवं प्रदर्शनी के आयोजकों के बीच विशेष आकर्षण का केन्द्र रहा है।
बंदियों द्वारा संचालित इस बैंड द्वारा वाद्ययंत्रों पर विभिन्न धुनों को राजभवन प्रांगण में बजाया गया। लखनऊ शहर के गणमान्य तथा भारी संख्या में उपस्थित आमजन के अलावा इस मौके पर विशेष सचिव गृह एवं कारागार राजेंद्र प्रताप पांडे, प्रभारी अपर महानिदेशक कारागार बी.पी. त्रिपाठी, उपमहानिरीक्षक कारागार मुख्यालय संजीव त्रिपाठी, वीरेंद्र वर्मा कारापाल आदर्श कारागार लखनऊ मौजूद रहे।
उल्लेखनीय है कि आदर्श कारागार का आदर्श बंदी बैंठ 30 वर्षों से लखनऊ एवं आसपास के शहरों में आम जनता के शादी-ब्याह जैसे मांगलिक कार्यक्रमों एवं सरकारी समारोहों में अपने बैंड का प्रदर्शन करता रहा है। यह बैंड 2500 रूपये प्रति घंटे के शुल्क पर लखनऊ से सटे हुए शहरों में अपनी सेवाएं उपलब्ध कराता है।
गौरतलब है कि 1 जनवरी 2020 से 1 फरवरी 2021 तक इस बैंड द्वारा कुल 43 समारोह में हिस्सा लिया जा चुका है। इस बैंड में कुल 11 बंदी बजाने का काम करते हैं। इसके हैड मास्टर सुरेंद्र कुमार हैं।