नेहरु अस्पताल में लीकेज के चलते बर्बाद हुआ ऑक्सीजन
सबसे बड़े जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय में लीकेज के कारण बड़ी मात्रा में ऑक्सीजन के बर्बाद होने का मामला सामने आया हैं
अजमेर। राजस्थान के अजमेर में संभाग के सबसे बड़े जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय में लीकेज के कारण बड़ी मात्रा में ऑक्सीजन के बर्बाद होने का मामला सामने आया हैं।
अजमेर के नसीराबाद सैन्य छावनी से आई आठ सदस्यीय तकनीकी दल ने दो दिवसीय पड़ताल के बाद आज पाया कि अस्पताल की केंद्रीय पाइपलाइन से सिलेंडरों तक पहुंचने वाली ऑक्सीजन लीकेज तकनीकी खामियों के कारण बनी हुई है जिसके चलते बड़ी मात्रा में ऑक्सीजन बर्बाद हुई है। इसका कारण सिलेंडरों के वॉल्व खराब होना अथवा नटों का ढीलापन होना भी माना गया है जो सिलेंडर सवा घंटे तक ऑक्सीजन आपूर्ति कर सकता है इसके कारण वह आधा अथवा पौन घंटे ही आपूर्ति मरीजों तक पहुंचा पा रहा है।
अजमेर जिला प्रशासन के आग्रह पर नसीराबाद छावनी की तकनीकी टीम मंगलवार से अस्पताल में ऑक्सीजन लीकेज के कारणों का पता लगा रही हैं और अपनी रिपोर्ट प्रशासन को देगी लेकिन प्रारंभिक पड़ताल में सामने आया है कि ऑक्सीजन बर्बादी में तकनीकी कारण भी है जिन्हें गैर तकनीकी कार्मिक ऑपरेट कर रहे हैं।
इस बीच आज अजमेर विधायक अनिता भदेल ने भी कहा कि सेना की तकनीकी टीम की जांच के बाद इस बात की पुष्टि हुई है कि मेरे द्वारा जेएलएन अस्पताल प्रशासन पर लगाए गए आरोप सही है। अस्पताल में यदि ऑक्सीजन बाधित नहीं होती तो मरीज भी नहीं मरते। मीडिया से बातचीत में श्रीमती भदेल ने कहा कि वह अपनी बात पर कायम है क्योंकि एक जनप्रतिनिधि होने के नाते अस्पताल से जुड़े प्रशासनिक चिकित्सकों से व्यवस्था सुधारने के लिए कहना कोई गलत नहीं है। उन्होंने कहा कि चिकित्सकों एवं चिकित्सा कर्मियों के विरुद्ध कभी कोई बयान नहीं दिया गया लेकिन व्यवस्था सुधारने के लिए आवाज उठाना आगे भी जारी रहेगा।
वार्ता