फिलिस्तीन पर ताबड़तोड़ स्ट्राइक के बाद चीन पर भड़का इजराइल
फिलिस्तीन और इजराइल के बीच संघर्ष चल रहा है। दोनों देश एक दूसरे पर हमला कर रहे हैं।
नई दिल्ली। फिलिस्तीन और इजराइल के बीच संघर्ष चल रहा है। दोनों देश एक दूसरे पर हमला कर रहे हैं। युद्ध इजरायल और फिलिस्तीन के बीच हो रहा है मगर इसकी चर्चा पूरे देश में चल रही है। कोई देश इजराइल के साथ है तो कोई देश फिलिस्तीन का समर्थन कर रहा है। कई देशों में अंदरूनी फूट भी नजर आ रही है। किसी देश में दोनों देशों के बीच समर्थक मौजूद है। अब एक नया विवाद इजराइल और चीन के बीच भी खड़ा हो गया है। दरअसल चीन की राजधानी बीजिंग में स्थित इजराइली दूतावास ने एक टीवी चैनल पर घोर यहूदी विरोधी कार्यक्रम प्रसारित करने का आरोप लगाया है। इस घटना से इजरायल काफी नाराज नजर आ रहा है।
इजरायल दूतावास का आरोप है कि चीन में सरकारी टीवी चैनल सीसीटीवी ने गाजा पर एयर स्ट्राइक को लेकर परिचर्चा का एक कार्यक्रम प्रसारित किया था जो घोर यहूदी विरोधी था। इस कार्यक्रम के खिलाफ इजराइल ने चीन के समक्ष विरोध दर्ज कराया है। विदित है कि चीन फिलिस्तीन का समर्थक रहा है। इजरायल द्वारा चीन के विदेश में प्रसारित होने वाले एक कार्यक्रम को यहूदी विरोधी बताया है। इजराइली दूतावास ने एक ट्वीट करते हुए लिखा कि, 'हमें उम्मीद थी कि 'दुनिया पर यहूदियों का नियंत्रण है' जैसे साजिशों का समय खत्म हो गया है। लेकिन दुर्भाग्य से यहूदी विरोध ने अपना बदसूरत चेहरा फिर से दिखाया है।
इजरायली दूतावास ने यह भी कहा है कि हम चीन के एक सरकारी टीवी चैनल पर यहूदी विरोधी भावनाओं को देखकर स्तब्ध है। इस तरीके से यहूदी विरोधी कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं जो कतई बर्दाश्त नहीं। फिलहाल इजराइली दूतावास के सवाल पर कहा गया है कि बुधवार को छुट्टी का दिन होने की वजह से यह साफ नहीं हो पाया है कि 3 मिनट के सेगमेंट में क्या आपत्तिजनक था। टीवी चैनल के मामले में जांच किए जाने की भी बात कहीं गई है।
इजरायल द्वारा चीन पर इस तरह की कड़ी आपत्ति जताने से यह जाहिर हो रहा है कि चीन और इजरायल के बीच वाद विवाद जैसी स्थिति उत्पन्न हो गयी है। क्योंकि इजराइल यहूदी विरोधी भावनाएं कतई बर्दाश्त नहीं करता। अगर बात सच साबित हुई तो चीन और इजरायल के बीच विवाद बढ़ सकता है।