Former Defense Minister जसवंत सिंह का देहांत,मोदी बिरला ने जताया शोक

भारतीय जनता पार्टी के संस्थापकों में से एक थे।

Update: 2020-09-27 04:16 GMT

नयी दिल्ली पूर्व रक्षा मंत्री जसंवत सिंह का रविवार सुबह निधन हो गया।

वह 82 साल के थे और पिछले छह साल से कोमा में थे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने जताया शोक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा ) के संस्‍थापक सदस्‍यों में से एक जसवंत सिंह के निधन पर गहरा शोक जताया 

 नरेंद्र मोदी ने जसवत सिंह के निधन पर संवेदना प्रकट करते हुए ट्वीट किया, "  जसवंत सिंह  ने हमारे देश की सेवा पूरी लगन से की। पहले एक सैनिक के रूप में और बाद में राजनीति में आकर।  अटल जी की सरकार के दौरान उन्होंने महत्वपूर्ण विभागों को संभाला और वित्त, रक्षा और विदेश मंत्रालय का कार्यभार संभालते हुए दुनिया में एक मजबूत छाप छोड़ी। उनके निधन से दुखी हूं।"

उन्होंने कहा, "जसवंत सिंह जी को राजनीति और समाज के मामलों पर उनके अनूठे दृष्टिकोण के लिए याद किया जाएगा। उन्होंने भाजपा को मजबूत बनाने में भी योगदान दिया। मैं उनके साथ हुई मुलाकातों को हमेशा याद रखूंगा। उनके परिवार और समर्थकों के प्रति हार्दिक संवेदना। ओम शांति।"

प्रधानमंत्री ने कहा, "  मानवेंद्र सिंह से बात की और  जसवंत सिंह के दुर्भाग्यपूर्ण निधन पर शोक व्यक्त किया। अपने स्वभाव के अनुरूप जसवंत जी ने अपनी बीमारी का सामना पिछले छह वर्षों तक किया।"

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने सैन्य अधिकारी और एक कुशल राजनीतिज्ञ के रूप में देश की उत्कृष्ट सेवा की।


ओम बिरला ने जसवंत सिंह के निधन पर शोक संदेश में कहा, "पूर्व केंद्रीय मंत्री  जसवंत सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करता हूँ। सैन्य अधिकारी व एक कुशल राजनीतिज्ञ के रूप में उन्होंने देश की उत्कृष्ट सेवा की।दोनों ही भूमिकाओं में उनकी सूझबूझ ने देश को अनेक बार विषम परिस्थितियों से बाहर निकाला।शोक संतप्त परिजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं।"

उल्लेखनीय है सिंह का दिल्ली स्थित सेना अस्पताल में आज 82 साल की उम्र में निधन हो गया। वह पिछले छह साल से कोमा में थे।


भारतीय जनता पार्टी( भाजपा) के संस्थापकों में से एक जसवंत सिंह पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्‍व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ( राजग) सरकार के दौरान विभिन्न मंत्रालयों के कैबिनेट मंत्री रहे।

उन्होंने 1996 से 2004 के दौरान रक्षा, विदेश और वित्‍त जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालयों का जिम्‍मा संभाला।

वर्ष 2014 में भाजपा ने जसवंत सिंह को राजस्थान के बाड़मेर से लोकसभा चुनाव का टिकट नहीं दिया था। इसके बाद नाराज जसवंत सिंह ने पार्टी छोड़कर निर्दलीय चुनाव लड़ा मगर हार गए । उसी वर्ष उन्‍हें सिर में गंभीर चोटें आई, तब से वह कोमा में थे।

जसवंत सिंह ने पहले सेना में रहकर देश सेवा की और बाद में राजनीति का दामन थाम लिया था। जसवंत सिंह 1980 से 2014 तक सांसद रहे और इस दौरान उन्होंने संसद के दोनों सदनों का प्रतिनिधित्व किया। उनके पुत्र मानवेंद्र सिंह भी राजनीति में हैं।

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