LAC पर झड़प,भारतीय सैनिकों ने दिखाई ब्रेवरी 3 के बदले 5
भारत चीन के सैनिक बातचीत के बाद उस इलाके से डीएस क्लीनेशन के तहत उस इलाके से बिल्डअप को कम कर रहे थे।
लखनऊ । लद्दाख से आई बड़ी खबर यह है की लद्दाख के गलवन घाटी में भारत चीन सीमा LAC पर भारत और चीन की फौज के बीच बीती रात को झड़प हुई जिसमें भारतीय सेना के कमांडिंग अधिकारी व दो सैनिक शहीद हो गए है। इस झड़प में 5 चीनी सैनिकों के मारे जाने की भी खबर है। लगातार भारत और चीन के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है खबर के अनुसार भारत चीन के सैनिक बातचीत के बाद उस इलाके से डीएस क्लीनेशन के तहत उस इलाके से बिल्डअप को कम कर रहे थे। और खुद सेना प्रमुख ने भी इस बात को दोहराया था लेकिन कल रात को डीएस क्लीनेशन प्रोसेस के दौरान एक जबरदस्त झड़प हुई जिसमें भारतीय सेना के एक अफसर और 2 जवान शहीद हुए हैं हालांकि झड़प में कोई गोली नहीं चली है।
LAC पर तकरीबन 1975 के बाद गोली नहीं चली है किसी भी तरह की कैजुअल्टी की कोई खबर नहीं आई दोनों देश आपस में बातचीत से स्थिति को दुरस्त कर लेते थे और गलवन घाटी में तो 1962 के बाद कोई बड़ा विवाद नहीं हुआ। आज जो खबर है उसमें आर्मी से जारी स्टेटमेंट में स्थिति और मुद्दा गरम है। मिलिट्री हाई अथॉरिटी की बातचीत चल रही है यह बड़ी क्षति है जिसमें सेना के अफसर शहीद हुए हैं।
गलवन घाटी की बात करें तो इस इलाके में पहले से LAC डिफाइन है की कहां से कहां तक पेट्रोलिंग करनी है कितनी मूवमेंट करनी है पर वहां 1962 के बाद कभी भी कोई विवाद नहीं सामने आया लेकिन जब से भारत की तरफ से दौलत बेग ओल्डी तक सड़क बनाने का काम शुरू हुआ तब से यहां चीन को दिक्कत आनी शुरू हुई और वह अपने इलाके से हटकर हमारे इलाके में मूवमेंट बढ़ाने लगा। जिस तरीके से वहां चीन लगातार तादाद बढ़ा रहा था भारत भी डिप्लोमेसी के तहत वहां अपनी तादाद बढ़ा रहा था। जब दोनों सेनाओं ने डीएस क्लीन एक्शन की थी तो कल रात को ऐसा क्या हुआ जो 45 साल बाद दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़प हुई इस पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सीडीएस विपिन रावत व तीनों सेना प्रमुखों से बैठक की है।
अभी तक भारतीय चीनी सेनाओं के बीच 1962 के बाद से कोई गोली नहीं चली 1975 की एक छोटी घटना को छोड़कर लेकिन बीती रात जो खून खराबा हुआ है उससे स्थिति गंभीर है चीन जो स्ट्रेटजी कर रहा है अब भारतीय फौज तय कर ले कि भारत इस पर अब विक्टिम नहीं बनेगा हमारे जवान अब चीन की आंखों में आंखें डाल कर डटे हुए हैं। जवानों ने ब्रेवरी दिखाई है।