सरकार के सामने चुनौती- छात्र की मौत से यूक्रेन गये छात्रों के परिवार बैचेन
एक भारतीय छात्र की गोलीबारी में मौत होने से यूक्रेन में फंसे भारतीय लोगों के परिवारों की धड़कनें बढ़ गई है
नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन के बीच कई दिनों से निरंतर युद्ध चल रहा है। इस युद्ध में काफी लोग मारे जा चुके है। इसी बीच एक भारतीय छात्र की गोलीबारी में मौत होने से यूक्रेन में फंसे भारतीय लोगों के परिवारों की धड़कनें बढ़ गई है। अब भारत सरकार के सामने भारतीय लोगों को अपने वतन सुरक्षित लाने की चुनौती है। छात्रों को निकालने के लिये अलग-अलग चार पडोसी देशों में चार मंत्रियों को भेजा गया है।
मिली जानकारी के अनुसार रूस और यूक्रेन के युद्ध के बीच विदेश मंत्रालय ने आज जानकारी देते हुए बताया कि एक भारतीय छात्र की मौत की खारकीव गोलीबारी के दौरान मौत हो गई है। इसकी जानकारी होने पर काफी परिवारों की धड़कने तेज हो गई और आंखों से आंसू चलने लगे। सब ईश्वर से प्रार्थना कर रहे थे कि उनका बच्चा सुरक्षित हो। इसकी चंद मिनटों बाद ही जानकारी मिली कि मरने वावा छात्र कर्नाटक के चलागेरी का रहने वाला है, जिसका नाम शेखारप्पा ज्ञानगौदर उर्फ नवीन है। मृतक छात्र की उम्र 21 साल बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि मृतक छात्र खाना लेने के लिये गया था।
इस घटना पर विदेश मंत्रालय ने दुःख जताते हुए कहा है कि हम मृतक छात्र के परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। अरिंदम बागची ने कहा कि फॉरेन सेक्रेटरी रूस और यूक्रेन के एंबेसडर्स को कॉल करके खार्किव और दूसरे शहरों में फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकलने का रास्ता देने की मांग कर रहे हैं।
यूक्रेन में फंसे भारतीय लोगों के परिवारों की धड़कनें तेज हो गई है, सभी लोग प्रार्थना कर रहे हैं कि उनके बच्चे भारत सुरक्षित लौट आये। भारत सरकार काफी लोगों को यूक्रेन से भारत ले आई है। यूक्रेन में अन्य लोगों को निकालने के लिये भारत ने एक्टिविटी तेज कर दी है। बताया जा रहा है कि यूक्रेन के चार पड़ोसी देशों में चार मंत्रियों को भेजा गया है, जो भारतीय लोगों को लाने के ऑपरेशन पर काम करेंगे। पीएम मोदी की अध्यक्षता में ज्योतिरादित्घ्य सिंधिया रोमानिया और मोलडोवा से भारतीयों को लाएंगे। इनके अलावा हरदीप पुरी हंगरी , किरण रिजीजू स्लोवाकिया , और वीके सिंह पोलैंड भेजे गये है।