भारतीय मातृ शक्ति के कायल हुए राष्ट्रपति ट्रम्प
भारतीय सॉफ्टवेयर डिवेलपर महिला का ‘नागरिकों के महान अमेरिकी परिवार’ में स्वागत किया।
नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति का चुनाव 3 नबम्बर, 2020 को किया जाएगा। वहाँ चुनाव प्रचार चरम पर है। डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बाइडेन के कमला दाँव के जवाब में रिपब्लिक उम्मीदवार राष्ट्रपति ट्रम्प ने जहाँ एक ओर कमल निशान वाली भाजपा- दिग्विजयी प्रधानमंत्री नरेंद मोदी के साथ अपने अहमदाबाद मेगा शो को चुनाव प्रचार में उपयोग करना प्रारम्भ कर दिया है, वहीं दूसरी ओर हिन्दू अंतर्मन को झकझोरने के लिए लटके-झटके पर उतर आए हैं।
व्हाइट हाउस में रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कानूनी आव्रजन के प्रति अपना समर्थन दिखाने के लिए अनूठे अंदाज में एक भारतीय सॉफ्टवेयर डिवेलपर महिला का 'नागरिकों के महान अमेरिकी परिवार' में स्वागत किया। सुंदरी नारायणन के एक अमेरिकी नागरिक के रूप में शपथ लेने के बाद उन्हें 'एक प्रतिभाशाली सॉफ्टवेयर डिवेलपर' के रूप में प्रस्तुत करते हुए ट्रंप ने कहा कि सुंदरी नारायणन अमेरिका में विगत 13 वर्षों से रह रही हैं और उनके परिवार में उनके पति और दो खूबसूरत व प्यारे बच्चे हैं। ट्रंप ने उनकी ओर सिर घुमाकर नाटकीय ढंग से पूछा, श्वे आपके जीवन की बेशकीमती चीज हैं, सही कहा? इस पर नारायणन ने 'हां' में सिर हिलाया। सुनहरे बॉर्डर वाले हल्के गुलाबी रंग की साड़ी पहने सुंदरी नारायणन ने समारोह में भारतीय रंग बिखेरा। उनके साथ होमलैंड सिक्यॉरिटी सेक्रटरी चाड वुल्फ ने सूडान की एक पशुचिकित्सक, जिन्होंने हिजाब पहना था, सहित चार अन्य लोगों को भी नागरिकता की शपथ दिलाई। अन्य तीन बोलिविया, लेबनान और घाना के थे। उन्होंने बहुसांस्कृतिक मिश्रित कार्यक्रम के माध्यम से अमेरिका के बदलते चेहरे को दिखाया, जिसमें दुनिया भर के विभिन्न धर्मों के अश्वेत प्रवासी भी थे।डेमोक्रेट्स और आव्रजन कार्यकर्ताओं के निशाने पर होने के बावजूद राष्ट्रपति ट्रम्प भिन्नताओं को सशक्त बनाने और कानूनी छूट के लिए अपना समर्थन दिखाने के लिए कार्यक्रम का उपयोग कर रहे थे। कानूनी रूप से अमेरिका में आने और नागरिकता प्राप्त करने के नियमों का पालन करने को लेकर उन्होंने कहा, आपने नियमों का पालन किया, आपने कानूनों का पालन किया, आपने अपने इतिहास के बारे में जाना, हमारे मूल्यों को अपनाया और खुद को सत्यनिष्ठ पुरुष और महिला साबित किया। ट्रंप ने यह भी कहा कि आसान नहीं होने के बावजूद उन्होंने कानूनों का पालन किया।
जबकि कन्वेंशन सत्र के बाद एक अन्य प्रवासी ने ट्रंप की प्रशंसा करते हुए उन्हें पुनः राष्ट्रपति चुनने की अपील की। ये प्रवासी ट्रंप की पत्नी मेलानिया थीं, जो स्वयं स्लोवेनिया की हैं और उन्होंने अमेरिका की नागरिकता ली। गौरतलब है कि ट्रंप ने अवैध आप्रवासियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। उन्होंने प्रवासियों को रोकने के लिए दक्षिणी सीमा पर एक दीवार का निर्माण किया है और उन अवैध आप्रवासियों को निर्वासित किया जो आपराधिक पृष्ठभूमि वाले थे।
इसके पूर्व रिपब्लिक चुनाव प्रचार की कमान राष्ट्रपति ट्रम्प ने भारतीय मूल की नेत्री निक्की हेली को सौंपी है। रिपब्लिकन सम्मेलनों के उद्घाटन समारोह के दौरान बोलते हुए निक्की हेली ने कहा कि वह भारतीय प्रवासियों की गौरवशाली बेटी हैं। वे अमरीका आए और एक छोटे से दक्षिणी शहर में बस गए थे। मेरे पिता ने पगड़ी पहनी थी। मेरी मां ने साड़ी पहनी थी। मैं एक ब्लैक एंड व्हाइट दुनिया में एक भूरी लड़की थी।
हेली ने कहा कि उन्हें कई बार भेदभाव का सामना करना पड़ा है। मेरे माता-पिता ने इसकी कभी शिकायत नहीं की। मेरी मां ने भी एक सफल व्यवसाय खड़ा किया और मेरे पिताजी ने ऐतिहासिक रूप से ब्लैक कॉलेज मेें 30 साल तक पढ़ाया। दक्षिण कैरोलिना के लोगों ने उन्हें (निक्की) भरपूर प्यार दिया और उन्हें अल्पसंख्यक और पहली महिला गवर्नर के रूप में चुना गया।सुश्री हेली दो बार साउथ कैरोलाइना की गवर्नर रह चुकी हैं। राष्घ्ट्रपति ट्रंप के प्रचार अभियान के संचालकों द्वारा प्रमुख वक्घ्ताओं की सूची में शामिल वह पहली और एकमात्र भारतीय मूल की अमरीकी नेता हैं।हेली का जन्म अमेरिका के बमबर्ग, दक्षिण कैरोलिना में 20 जनवरी 1972 को एक भारतीय सिख परिवार में हुआ। उनका प्रारंभिक नाम निम्रता निक्की रंधावा था। उनके माता पिता, राज कौर रंधावा और अजीत सिंह रंधावा भारत के अमृतसर जिला से आप्रवासी हैं। उनके दो भाई क्रमशरू मिट्टी और चरण है तथा एक बहन सिमरन है जो सिंगापुर में पैदा हुई। हेली ओरेंजबर्ग प्रीपरेटरी स्कूल, इंक से स्नातक और क्लेमसन विश्वविद्यालय के लेखा स्नातक (बी॰ एस॰) हैं।
अमरीका में राष्घ्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के उम्घ्मीदवार डॉनल्घ्ड ट्रंप को पुनः चुनने की भावुक अपील करते हुए भारतीय मूल की अमरीकी राजनेता निकी हेली ने कहा है कि अमरीकी राष्घ्ट्रपति का दृढ़ता और सफलता का शानदार रिकॉर्ड रहा है, जबकि उनके डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी जो बाइडन का रिकॉर्ड कमजोरियों और असफलताओं से भरा है।
सुश्री हेली संयुक्त राष्घ्ट्र में अमरीका की राजदूत रह चुकी हैं। रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रीय सम्मेलन के पहले दिन उन्होंने अमरीका के लोगों को चेताया कि यदि बाइडन और कमला हैरिस सत्ता में आए, तो अमरीका समाजवाद के रास्ते पर चल पड़ेगा, जो कि दुनियाभर में सब जगह नाकाम रहा है।
हेली ने कहा कि जो बाइडन ईरान और आइसिस के समर्थक हैं, साम्यवादी चीन के लिए भी वे अच्घ्छे हैं। वे ऐसे किसी भी व्यक्ति के लिए वरदान की तरह है, जो अमरीका को क्षमा याचना करते तथा अपने जीवन मूल्यों के साथ समझौता करते देखना चाहता है। राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप का दृष्टिकोण एकदम अलग है। वे चीन के प्रति कठोर हैं और उन्होंने आइसिस के खिलाफ कार्रवाई में जीत हासिल की है। जो बाइडन और वामपंथी समाजवादी, अमरीकी अर्थव्घ्यवस्घ्था के लिए तबाही का कारण बनेंगे, जबकि राष्ट्रपति ट्रंप अवसरों वाले नये युग का नेतृत्व कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि कमला हेरिस व निक्की हेली दोनों भारतीय मूल की ईसाई हैं। पचपन पार कमला व पचास से दो कदम दूर निक्की आत्मनिर्भर महिला की उत्कृष्ट उदाहरण कही जा सकती है। परन्तु कमला भारत विरोधी विचारों व अटॉर्नी जनरल के कार्यकाल के दौरान मिशनरी के प्रभाव में कदाचरण के आरोपों से घिरी है। जबकि निक्की पाकिस्तान की आतंकवादी गतिविधियों के पर्दाफाश के लिए जानी जाती हैं। उनके महत्वपूर्ण प्रयासों से पाक के प्रति अमेरिकी नीति बदली है। वे विचारों से स्पष्ट हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में अमेरिकन हिंदुओं के प्रभाव का इसी से पता चलता है, परम्परागत अमेरिकी व्यवहार के विपरीत राष्ट्रपति ट्रम्प भारतीय मातृ शक्ति के सम्मुख नतमस्तक नजर आते हैं।
(मानवेन्द्र नाथ पंकज-हिन्दुस्तान समाचार फीचर सेवा)