योगी जी, मंदिर कैसे जाएं- कुछ तो रास्ता दिखाएं
मंदिर-मस्जिद या फिर किसी भी धर्म स्थान पर जाने के लिए किसी की इजाजत नहीं लेनी पड़ती।
मुजफ्फरनगर। मंदिर-मस्जिद या फिर किसी भी धर्म स्थान पर जाने के लिए किसी की इजाजत नहीं लेनी पड़ती। लेकिन एक मंदिर ऐसा भी जहां जाने से पहले श्रद्धालुओं को कई बार सोचना पड़ता है। कारण है कि मंदिर जाने के लिए जो रास्ता है, वह दिखाई ही नहीं देता है। जब रास्ता ही नहीं है, तो फिर आखिर कोई कैसे जा सकता है। श्रद्धालुओं ने यूपी के मुख्यमंत्री से गुहार लगाई है कि मंदिर जाने के लिए उन्हें रास्ता उपलब्ध कराया जाये।
शाहपुर ब्लाॅक का एक गांव है जीवना। उक्त गांव में रविदास मंदिर स्थित है। मंदिर तो है, लेकिन उसमें जाने के लिए कोई भी रास्ता नहीं है। गांव जीवना के पानी निकासी का कोई भी रास्ता नहीं है। पूर्व में जहां पानी जाता था, उस रास्ते को बंद कर दिया गया है। अब गांव में मंदिर के आसपास पानी भरा रहता है। हाल यह है कि मंदिर में जाने का कोई भी रास्ता नहीं दिखाई देता। मंदिर के अलावा आसपास के घरों से बाहर आने और अंदर जाने का मार्ग भी गंदे पानी के नीचे दबाव हुआ है। गांव से लगभग 500 मीटर की दूरी पर तालाब है, जहां तक पानी की निकासी करने के लिए कोई भी प्रबंध नहीं किया गया है। ग्रामीणों राज सिंह, विनय, मनोज, नीटू, भूपेश, हर्ष, शुभम, ओमप्रकाश, रघुनाथ सिंह आदि का कहना है कि तहसीलदार, एसडीएम, डीएम सभी से मुलाकात कर समस्या का समाधान कराने की मांग कर चुके हैं, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। ग्रामीणों का कहना है कि सब मीठी गोली देती हैं, लेकिन कार्रवाई के नाम पर आज तक कुछ भी नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय राज्य मंत्री संजीव बालियान जब गांव में आये थे, तो उन्हें भी समस्या से अवगत कराया गया था, लेकिन आज तक कोई भी कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि आने वाले चुनाव में उसे ही वोट दिया जायेगा, जो समस्या का समाधान करायेगा। ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री से भी इस मामले में समस्या के समाधान करने की मांग की है।