चुनाव ड्यूटी में जान गंवाने वाले शिक्षक के परिजनों से SP मुखिया ने की बात
पंचायत चुनाव में डयूटी करने वाले टीचरों की संख्या में मौत को नकारने पर सपा ने मृतकों के परिजनों से वार्ता शुरू कर दी है।
मुजफ्फरनगर। भाजपा की योगी सरकार के पंचायत चुनाव में डयूटी करने वाले टीचरों की बड़ी संख्या में मौत को नकारने पर सपा ने ऐसे मृतकों की सँख्या व मृतकों के परिजनों से वार्ता शुरू कर दी है।
बृहस्पतिवार को सपा जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी एडवोकेट ने बताया कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में ही ग्रेन चैम्बर इंटर कालेज मुजफ्फरनगर में हैड क्लर्क बुढ़ाना निवासी अमृत वाल्मीकि की ग्राम रथेड़ी में चुनाव ड्यूटी पर मौत हो गयी थी। जिसको योगी सरकार ने अपने आंकड़ेबाजी में छुपाने का काम किया है।
सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज मृतक अमृत वाल्मीकि के परिवार से स्वयं टेलीफोन पर वार्ता कर समस्त जानकारी लेकर इस दुख की घड़ी में उनके साथ हर प्रकार से मदद का आश्वासन दिया है।
सपा जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी ने कहा कि सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मीरापुर क्षेत्र के भी चुनाव ड्यूटी में जान गवाने वाले एक टीचर के परिवार से टेलीफोन पर सम्पर्क का प्रयास किया। लेकिन वार्ता नही हो सकी। सपा नेता प्रमोद त्यागी ने बताया कि सपा मुखिया अखिलेश यादव का मानना है कि योगी सरकार सरकारी कर्मचारियों व टीचरों के चुनाव ड्यूटी में जान गंवाने वालो के प्रति भी सहानभूति व उनकी मदद का इरादा नही रखती है। इसलिए ही वह ऐसी मौतों की संख्या को छुपा रही है।
सपा जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी ने कहा कि सपा ऐसी सभी मौतों का आंकड़ा एकत्रित कर मृतक परिजनों से संवाद कर उनकी मदद के लिए उनके साथ खड़ी होगी। सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव स्वयं इसकी कमान सँभालकर मृतक परिजनों से संवाद कर रहे हैं। प्रमोद त्यागी ने भाजपा सरकार द्वारा कोरोना से जान गंवाने वाले स्कूलों के टीचर व कर्मचारियों की सहायता के बजाए आंकड़ो को छुपाने की निंदा करते हुए कहा कि सपा झूठे आंकड़ो को दर्शाने वाली भाजपा सरकार को बेनकाब कर मृतको के परिजनों की आवाज उठाएगी।