सिलेंडर में सांसे लेकर पहुंचा बेटा-घर पर मिली मां की अर्थी
चारों तरफ कहर बरपा रहा कोरोना वायरस का संक्रमण लोगों को बहुत बुरे दिन दिखा रहा है।
मुजफ्फरनगर। चारों तरफ कहर बरपा रहा कोरोना वायरस का संक्रमण लोगों को बहुत बुरे दिन दिखा रहा है। घंटो तक लाइन में लगा रहा बेटा जब सिलेंडर में ऑक्सीजन के रूप में बीमार मां के लिए सांसे लेकर पहुंचा तो मां इस दुनिया को छोड़ कर जा चुकी थी। बुरी तरह से रोते बिलखते हुए बेटे ने मां की अर्थी को कंधा देकर अंतिम क्रिया कर्म के लिए श्मशान घाट तक पहुंचाया।
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर देशभर में चारों तरफ अपना कहर बरपा रही है। अस्पतालों में मरीजों के लिए जगह नहीं रही है। ऑक्सीजन और कोरोना की अन्य जीवन रक्षक दवाओं के लिए लोगों को इधर से उधर धक्के खाने पड़ रहे हैं। तहसील सदर क्षेत्र के गांव अलमासपुर निवासी राजेंद्र यादव एक कोल्ड स्टोर में इंजीनियर के रूप में कार्यरत हैं। उनके दो बेटे हैं। इंजीनियर की 20 वर्षीय पत्नी रानी यादव ने बीते दिनों संपन्न हुए चैत्र नवरात्रि के सभी व्रत रखकर देवी मां की आराधना की थी। जैसे ही नवरात्र खत्म हुए तो रानी यादव की अचानक से तबीयत खराब हो गई। परिजनों ने रानी यादव को जानसठ रोड स्थित एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया। कई दिनों तक अस्पताल में भर्ती रानी यादव का उपचार चला। लेकिन फेफड़ों में अचानक इन्फेक्शन बढ़ने के कारण रानी यादव को निजी अस्पताल के चिकित्सकों ने मेरठ के लिए रेफर कर दिया। परिजनों ने मेरठ ले जाने के बजाय रानी यादव को घर पर ही उपचार दिलाने का निर्णय लिया। रानी यादव को गंभीर फेफड़ों का संक्रमण बताया गया।
परिजनों ने डॉक्टर की सलाह पर रानी का कोविड-19 टेस्ट के लिए आरटी पीसीआर और एंटीजन सैंपल दिया। परिजनों के मुताबिक रानी यादव की कोविड-19 रिपोर्ट नेगेटिव आई। लेकिन उसके अंदर सभी लक्षण कोरोना वायरस के संक्रमण वाले ही बने हुए थे। शरीर में ऑक्सीजन लेवल कम होने लगा तो परिजनों ने घर पर ही ऑक्सीजन लगाने का बंदोबस्त कर दिया। इसके बाद दो मर्तबा और रानी यादव का कोविड-19 टेस्ट कराया गया। लेकिन हर बार रिपोर्ट नेगेटिव ही आई। बीते दिन रानी यादव ने चारपाई से उठकर पैदल घूम कर अपने स्वास्थ्य के बारे में परिजनों को बेहतरी के बारे में बताया था। लेकिन शाम होते होते अचानक ही रानी यादव की तबीयत ज्यादा बिगड़ने लगी। मां का जीवन बचाने के लिए 13 वर्षीय बड़ा लड़का एकांश ऑक्सीजन लेने के लिए घर से निकला हुआ था। परिजनों के मुताबिक देर रात रानी यादव ने दम तोड़ दिया।
उस दौरान भी एकांश ऑक्सीजन लेने के लिए लंबी लाइन में खाली सिलेंडर लिए हुए लगा हुआ था। बेटे को रानी के देहांत के बारे में पता नहीं था। इसी बीच एकांश ने फोन करते हुए अपने पिता को बताया कि वह लगभग 11.00 बजे तक सिलेंडर लेकर घर आएगा। उधर फोन पर बांते कर रहे पिता के सामने पत्नी रानी यादव का बेजान शरीर पड़ा था। लेकिन वह हिम्मत बटोर कर बेटे को उसकी मौत की जानकारी नहीं दे पाया। रात लगभग 11.30 बजे के बाद जब एकांश ऑक्सीजन का सिलेंडर लेकर घर पहुंचा तो वहां पर आस-पड़ोस के लोगों की भीड़ लगी हुई थी। अंदर दाखिल होते ही एकांश को जब मां का बेजान शरीर दिखाई दिया तो वह बुरी तरह से बिलख पड़ा। बृहस्पतिवार की सवेरे भोपा रोड स्थित नई मंडी श्मशान घाट पर रानी यादव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। रानी यादव की मौत से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।