शूटिंग चैम्पियन के घर श्रद्धांजलि देने पहुंचे समाजसेवी मनीष चौधरी

इंटरनेशनल ट्रैप शूटिंग चैम्पियन डाॅ. गोपाल बिहारी सक्सेना के निधन पर समाजसेवी मनीष चौधरी उनके आवास पर पहुंचे।

Update: 2021-01-18 14:59 GMT

मुजफ्फरनगर। इंटरनेशनल ट्रैप शूटिंग चैम्पियन डाॅ. गोपाल बिहारी सक्सेना के निधन पर समाजसेवी मनीष चौधरी उनके आवास पर पहुंचे। उन्होंने डाॅ. सक्सेना को श्रद्धांजलि देते हुए परिजनों को सांत्वना दीं। इस दौरान उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी डाॅ. सक्सेना के घर आना चाहिए था। उन्होंने डाॅ. सक्सेना के नाम पर नई मंडी में एक सड़क का नामकरण किये जाने की मांग की।

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इंटरनेशनल ट्रैप शूटिंग चैम्पियन डाॅ. गोपाल बिहारी सक्सेना का निधन हो गया। इस दुःख की घड़ी में समाजसेवी मनोज चौधरी अपनी टीम के साथ उनके नई मंडी में पीठ बाजार स्थित आवास पर पहुंचे और श्रद्धांजलि अर्पित की। समाजसेवी मनीष चौधरी ने उनकी पत्नी, पुत्र डाॅ. अमित सक्सेना, डाॅ. सरगम सक्सेना तथा अन्य परिजनों से मिलकर सांत्वना दी और हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।

समाजसेवी मनीष चौधरी ने कहा कि ओलम्पिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले शूटिंग चैम्पियन डाॅ. जी. बी. सक्सेना को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी आना चाहिए था, क्योंकि वे विगत दिवस गन्ना मंत्री सुरेश राणा के पिता को भी श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए उनके आवास पर गये थे। उन्होंने कहा कि डाॅ. सक्सेना के नाम पर नई मंडी क्षेत्र में एक सड़क का नामकरण किया जाना चाहिए।

डाॅ. गोपाल बिहारी सक्सेना का जन्म 30 जून 1947 को उत्तर प्रदेश के जिला बुलंदशहर के कस्बा स्याना में हुआ था। उनके पिता डॉ. स्वर्गीय महावीर प्रसाद सक्सेना थे। डाॅ. सक्सेना ने जिला चिकित्सालय मुजफ्फरनगर में 30 साल दंत स्वास्थ्य चिकित्सक के रूप में सेवाएं दी तथा सीएससी फतेहपुर जिला सहारनपुर से 30 जून 2007 को सेवानिवृत्त हुए। उन्होंने सेवा निवृत्ति उपरांत जन समुदाय की सेवा हेतु सीएमओ ऑफिस मुजफ्फरनगर में पंजीकरण करवा कर जनरल फिजीशियन एवं दंत स्वास्थ चिकित्सक के रूप में अपनी सेवाएं दीं। उनके पुत्र अमित सक्सेना ने बताया की उनके पिताजी को शूटिंग का शौक था। 1974 से वह शूटिंग में जिले व प्रदेश स्तर पर प्रतिभाग करते रहे व मेडल जीतते रहे। 1985 में उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर ओलंपिक पदक जीत कर प्रदेश का नाम रोशन किया था, जिसके फलस्वरूप तथा प्रदेश में सर्वाधिक मेडल प्राप्त करने के उपलक्ष्य में राज्य सरकार द्वारा एक विदेशी बंदूक देकर भी सम्मानित किया गया था।

डॉक्टर जीबी सक्सेना की पत्नी शशिबाला सक्सेना घरेलू महिला है तथा उनके परिवार में 2 पुत्र एवं 6 पुत्रियां है। परिवार में दो पौत्र एवं एक पोत्री भी है। उनके जेष्ठ पुत्र डॉ. अमित सक्सेना सीएससी मखियाली पर डेंटल हाइजीनिस्ट के पद पर तैनात हैं तथा छोटे पुत्र सरगम सक्सेना सीएमओ ऑफिस में जन्म मृत्यु अनुभाग में डीपीए के पद पर तैनात हैं।

डॉक्टर जीबी सक्सेना अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ कर गए हैं। उनके परिवार के सदस्यों में डाॅ. महेंद्र कुमार सक्सेना, सरगम सक्सेना, प्रीति सक्सेना, अमिता सक्सेना, नीतिप सक्सेना, रूचि सक्सेना, सोनी, मोनी, अभिलाषा, प्रियंका, अंश, वंश, दित्या समेत सभी पिस्टल व राइफल शूटिंग में पारंगत है।

दिवंगत डाॅ. जीबी सक्सेना को श्रद्धांजलि अर्पित करते समय समाजसेवी मनीष चौधरी के साथ भ्रष्टाचार निवारक समिति के जिला अध्यक्ष मनोज पाटिल, जिला महासचिव हरीश पालीवाल, सुरेंद्र मित्तल, कुणाल चौधरी लक्की, पंडित शेखर जोशी, सचिन पंवार, मनीष चौधरी उर्फ गोलू आदि मौजूद रहे।

रिपोर्टः प्रवीण गर्ग

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