भाकियू के आंदोलन से हाईवे हुआ जाम

कार्यकर्ताओं ने एनएच-58 सहित अन्य राष्ट्रीय राजमार्गो को बाधित करते हुए जाम लगा दिया। सुरक्षा की दृष्टि से मौके पर मौजूद रही पुलिस व्यवस्था बनाने के प्रयासों में लगी रही।;

Update: 2020-11-27 09:11 GMT

मुजफ्फरनगर। आंदोलन कर रहे देशभर के किसानों के समर्थन में आज भाकियू भी सड़कों पर उतर गयी है। कार्यकर्ताओं ने एनएच-58 सहित अन्य राष्ट्रीय राजमार्गो को बाधित करते हुए जाम लगा दिया। सुरक्षा की दृष्टि से मौके पर मौजूद रही पुलिस व्यवस्था बनाने के प्रयासों में लगी रही। भाकियू के जाम से हाईवे के दोनों तरफ वाहनों की लम्बी लाइनें लग गई। भाकियू प्रवक्ता ने कहा कि सरकार किसानों के आंदोलन को दबाने का प्रयास कर रही है।

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भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत द्वारा गुरूवार को देशभर में विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों को दिल्ली कूच से रोकने के लिये हरियाणा में की गयी कार्रवाई से आह्त होकर अपने आवास पर शुक्रवार को प्रदेश के सभी राष्ट्रीय राजमार्गो को बाधित करने की घोषणा को अमलीजामा पहनाने के लिये भाकियू कार्यकर्ता और किसान सवेरे 11 बजे सड़कों पर उतर गये। खतौली थाना क्षेत्र के एनएच-58 पर स्थित नावला कोठी पर भाकियू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत की अगुवाई में कार्यकर्ताओं व किसानों ने राजमार्ग को ट्रैक्टर ट्राॅली एवं अन्य साधनों से बाधित करते हुए जाम लगा दिया। किसान हाईवे पर दरा बिछाकर धरने पर बैठ गये और हरियाणा में आंदोलनकारी किसानों पर की गई वाटर कैनन बौछार की कार्रवाई को दमनीय बताया।


जिला मुख्यालय के वहलना चौंक पर भाकियू कार्यकर्ताओं ने जाम लगाकर धरना प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने पुलिस की मौजूदगी के बावजूद व्यवस्था की कमान संभालते हुए केवल भाकियू के वाहनों के अलावा एम्बुलेंस आदि जीवन सुरक्षा से सम्बंधित वाहनों को ही निकलने दिया। वहलना चौंक पर कुछ लोगों की ड्यूटी निर्धारित कर बाकी कार्यकर्ता नावला कोठी पर पहुंच गये। भाकियू के हाईवे जाम से सड़क के दोनों तरफ वाहनों की लम्बी-लम्बी लाइनें लग गई। कुछ लोग इधर-उधर के रास्तों से वाकिफ थे। वह लम्बी दूरी तय कर अपनी मंजिल तक पहंुचने में सफल रहे। हाईवे जाम से सबसे अधिक परेशानी उन लोगों को उठानी पड़ी जो दिल्ली, देहरादून और रूड़की आदि क्षेत्रों में आयोजित शादी समारोह में शामिल होने जा रहे थे। जाम से वाहनों में सवार महिलाएं एवं बच्चें बुरी तरह से परेशान रहे। घंटो तक पदर्शन करने के बाद भाकियू में दिल्ली कूच की सहमति बनी। इसके बाद सभी कार्यकर्ताओं और किसान टैªक्टर ट्राॅलियों एवं अन्य वाहनों में सवार होकर दिल्ली के लिये कूच कर गये। सवेरे से सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभालकर उसे सुचारू बनाने में लगे पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने भाकियू के दिल्ली कूच दिल्ली के ऐलान से भारी राहत ली।



 


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