राधेश्याम की हत्या का चौथा आरोपी मुठभेड़ में गिरफ्तार
चौथा आरोपी फरार था जिसको भोपा पुलिस ने मुठभेड़ के दबोच लिया है
मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर। एसएसपी अभिषेक यादव के निर्देशन में पुलिस ने गुरूवार को चलती बस में दिनदहाडे हुई अधेड़ की हत्या के मामलें का खुलासा करते हुए वारदात में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था। जबकि चैथा आरोपी फरार था जिसको भोपा थाना प्रभारी सूबे सिंह ने मुठभेड़ में दबोच लिया है। पुलिस ने बदमाश को जेल की ओर रवाना कर दिया है।
भोपा पुलिस और बदमाश के बीच मोरना से बिहारगढ़ रोड पर मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने बदमाश का इस्तकबाल करते हुए अपनी बुलेट से उसको लंगड़ा कर दिया। पुलिस ने वहीं से अपराधी को गिरफ्तार कर लिया। भोपा थाना प्रभारी सूबे सिंह यादव ने अपराधी का नाम व पता नीरज पुत्र देव सिंह निवासी ग्राम ककराला थाना भोपा जनपद मुजफ्फरनगर बताया है। पुलिस ने गिरफ्तार किये गये बदमाश के कब्जें से 1 तमंचा कारतूस, 2 खोखा 315 बोर, एक बिना नंबर की पैशन मोटरसाईकिल बरामद की है। भोपा थाना प्रभारी सूबे सिंह यादव ने बताया कि घायल बदमाश पर लूट, हत्या, डकैती जैसी संगीन धाराओं के लगभग 1 दर्जन से ज्यादा मुकदमे दर्ज है।
दरअसल मृतक राधेश्याम का अपने परिवारजनों के साथ सम्पत्ति विवाद चल रहा था। मृतक राधेश्याम का भतीजा राजीव मित्तल उर्फ राजू लाला पुत्र धनप्रकाश उसकी करोड़ों रूपयों की सम्पत्ति पर निगाह रखें हुआ था। उसकी सम्पत्ति हथियाने के लिये राजीव मित्तल ने भोपा थाना क्षेत्र के कस्बा मोरना के मौहल्ला पहाडों वाला के महबूब, ग्राम ककराला निवासी मनोज उर्फ धूमल तथा एक अन्य से सम्पर्क साधा। तीन लाख रूपये में राधेश्याम की हत्या करने का सौदा हुआ और हत्या के बाद रूपये देने का बात तय हुई। आरोपियों ने राधेश्याम के आने-जाने की रैकी की। घटना वाले दिन 2 आरोपी बाईक पर सवार हुए जबकि एक आरोपी बस में राधेश्याम की बगल में बैठ गया। जिसने गांव जटमुझेडा के पास मौका मिलते ही वारदात अंजाम दे दी। बस के रूकते ही पीछे आ रही बाईक पर बैठकर साथियों के साथ फरार हो गया। यह वारदात सम्पत्ति विवाद के चलते भतीजे ने ही अपने साथियों के साथ मिलकर ही अंजाम दी थी।