किसान आंदोलन- राकेश टिकैत को ARREST किया, तो लाखों किसान देंगे गिरफ्तारी

सरकार ने भाकियू प्रवक्ता चौ. राकेश टिकैत की गिरफ्तारी पुलिस के हाथों कराई तो विरोध में लाखों किसान अपनी गिरफ्तारी देंगे।

Update: 2021-01-28 12:59 GMT

मुजफ्फरनगर। देश की राजधानी दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर पिछले 62 दिनों से किसानों के साथ धरना दे रहे भाकियू प्रवक्ता को दिल्ली हिंसा मामले में नोटिस थमाये जाने के बाद उत्पन्न हुए हालातों पर सिसौली में बुलाई गई किसानों की पंचायत में दो टूक फैसला लिया गया कि यदि सरकार ने भाकियू प्रवक्ता चौ. राकेश टिकैत की गिरफ्तारी पुलिस के हाथों कराई तो विरोध में लाखों किसान अपनी गिरफ्तारी देंगे।

बृहस्पतिवार को भारतीय किसान यूनियन की राजधानी कहे जाने वाले कस्बा सिसौली में भाकियू मुख्यालय पर आनन-फानन में पंचायत बुलाई गई। जिसमें दिल्ली में किसान आंदोलन के तहत मंगलवार को गणतंत्र दिवस पर निकाली गई ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के मामले को लेकर पुलिस द्वारा की जा रही कार्रवाई से उत्पन्न हुए हालातों को लेकर गंभीरता के साथ विचार-विमर्श किया गया।


भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौ. नरेश टिकैत की अगुवाई में हुई पंचायत में वक्ताओं ने किसान आंदोलन और दिल्ली हिंसा को लेकर अपने विचार व्यक्त करते हुए आरोप लगाया कि एकता के चलते किसानों से हारी सरकार अब दमनचक्र अपनाते हुए पुलिस का सहारा लेकर किसान आंदोलन को दबाने के प्रयासों में लग गई है। दिल्ली हिंसा को लेकर भाकियू के गाजीपुर में चल रहे धरनास्थल पर पुलिस द्वारा चिपकाया गया नोटिस और भाकियू प्रवक्ता चौ. राकेश टिकैत की नामजदगी इसकी एक बानगी भर है। किसान कृषि बिलों को वापिस लिये जाने की मांग को लेकर पूरी तरह से एकजुट है और सरकार के किसी भी दमनचक्र के आगे अपने घुटने नहीं टेकेगें। काफी देर के विचार-विमर्श के बाद किसानों ने दो टूक फैसला लेते हुए ऐलान किया कि यदि सरकार ने पुलिस के हाथों जबरिया भाकियू प्रवक्ता चौ. राकेश टिकैत की गिरफ्तारी कराई तो एक लाख किसान इस गिरफ्तारी के विरोध में अपनी गिरफ्तारी देंगे।


गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर के धरना स्थल पर भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता चौ. राकेश टिकैत के टेंट के बाहर नोटिस चिपका दिया है। नोटिस में दिल्ली पुलिस ने चौ. राकेश टिकैत से पूछा है कि उनके खिलाफ ऐक्शन क्यों न लिया जाए? नोटिस में कहा गया है कि आपको अपने संगठन से संबंधित ऐसे हिंसक कृत्यों के अपराधियों के नाम देने का निर्देश दिया जाता है। आपको 3 दिनों के भीतर अपना जवाब देना है।



 


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