साइबर हेल्प सेंटर का ऑनलाइन ठगों पर प्रहार-कराए 72000 रुपए वापस
पीड़ितों ने रुपए वापस आने पर खुशी जताते हुए साइबर हेल्प सेंटर का आभार जताया है।
मुजफ्फरनगर। तमाम जागरूकता और चेतावनियों के बावजूद लोग कच्चे लालच में साइबर ठगों का शिकार हो रहे हैं। ऑनलाइन सामान खरीदने के चक्कर में लोग अपनी मेहनत की कमाई को ऑनलाइन ठगों के हाथों सौंपने से गुरेज नहीं कर रहे हैं। ऑनलाइन ठगों का शिकार हुए लोगों की सहायता के लिए साइबर हेल्प सेंटर वरदान बन रहा है। शुक्रवार को साइबर हेल्प सेंटर ने ताबड़तोड़ कार्यवाही करते हुए तीन पीड़ितों के 72000 रूपये वापस कराए हैं। पीड़ितों ने रुपए वापस आने पर खुशी जताते हुए साइबर हेल्प सेंटर का आभार जताया है।
दरअसल थाना सिविल लाइन क्षेत्र के इंदिरा कॉलोनी निवासी अवनीश कुमार के मोबाइल पर एक व्यक्ति ने परिचित बनकर मनी रिक्वेस्ट भेजी थी। इसके बाद ऑनलाइन ठग ने अवनीश कुमार से बातचीत करते हुए उसे अपने विश्वास में ले लिया। जिसके चलते अवनीश कुमार ने ठग की ओर से भेजे गए लिंक पर क्लिक कर दिया। जैसे ही लिंक पर क्लिक किया गया तो तुरंत ही उसके खाते से 22000 रूपये ठग के खाते में स्थानांतरित हो गए। पीड़ित ने तुरंत साइबर हेल्प सेंटर पहुंचकर प्रभारी को अपने साथ हुई इस ऑनलाइन ठगी की जानकारी दी। साइबर हेल्प सेंटर ने तत्काल कार्रवाई करते हुए तीन पत्ती को इस फ्रॉड से अवगत कराया। जिसके चलते कंपनी की ओर से 22000 रूपये की संपूर्ण धनराशि आवेदक के खाते में वापस भेज दी गई। इसी तरह थाना सिविल लाइन क्षेत्र के ही सदर तहसील निवासी संजय गोयल के पास किसी अज्ञात व्यक्ति ने फोन किया। काफी देर की बातचीत के बाद साइबर ठग ने संजय गोयल को विश्वास में लेते हुए उसे एक ओटीपी नंबर भेजा। ठग ने ओटीपी का नंबर पूछा जैसे ही संजय गोयल ने साइबर ठग को ओटीपी नंबर बताया वैसे ही उसके खाते से 30000 रूपये ठग के खाते में स्थानांतरित हो गए। पीड़ित ने साइबर हेल्प सेंटर के पास पहुंचकर अपने साथ हुए इस फ्रॉड की जानकारी दी। साइबर हेल्प सेंटर ने रम्मी जोश कंपनी को इस फ्रॉड से अवगत कराया।
मामले की जानकारी मिलने के बाद कंपनी की ओर से 30000 रूपये की संपूर्ण धनराशि पीड़ित के खाते में वापस भेज दी गई। उधर थाना नई मंडी कोतवाली क्षेत्र के बचन सिंह कॉलोनी निवासी गौरव पाल भी इसी प्रकार से साइबर ठगों का शिकार हो गया। उसके मोबाइल पर साइबर ठग ने परिचित बनकर मनी रिक्वेस्ट भेजी, जैसे ही गौरव पाल ने लिंक को ओपन किया वैसे ही उसके खाते से 40378 रूपये की धनराशि साइबर ठग के खाते में चली गई। साईबर हेल्प सेंटर पहुंचे गौरव पाल ने प्रभारी से कार्यवाही किए जाने की मांग की। साइबर हेल्प सेंटर प्रभारी ने पीटीएम, मोबिक्विक और मौसी मोबाइल वॉलेट को इस फ्रॉड से अवगत कराया। जिसके चलते कंपनियों की ओर से 20000 रूपये की धनराशि आवेदक के खाते में वापस भेज दी गई है। साइबर हेल्प सेंटर अब शेष बची धनराशि को भी पीड़ित के खाते में वापस कराने के प्रयासों में लगा हुआ है। पीड़ितों ने साइबर हेल्प सेंटर पहुंचकर प्रभारी को उनके सद्प्रयासों के लिए मुबारकबाद दी और उनके द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई की प्रशंसा की।