गाड़ियों के काफिले के बीच चंद्रशेखर ने निकाला रोड शो
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की प्रक्रिया के तहत लागू की गई आचार संहिता आजाद समाज पार्टी ने लंबा रोड शो निकाला।
मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश में चल रही त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की प्रक्रिया के तहत लागू की गई आचार संहिता व निषेधाज्ञा के बीच गाड़ियों के लंबे काफिले के साथ आजाद समाज पार्टी ने लंबा रोड शो निकाला। मामले की जानकारी मिलने के बाद सक्रिय हुई पुलिस ने केवल 3 गाड़ियों के साथ चंद्रशेखर आजाद को आगे के लिये रवाना किया।
दरअसल मंगलवार को भीम आर्मी चीफ एवं आजाद समाज पार्टी के संस्थापक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद गाड़ियों के लंबे काफिले के साथ जनपद में रोड शो निकालने के लिए पहुंचे। जिला पंचायत के पार्टी उम्मीदवारों के समर्थन में गाड़ियों के लंबे काफिले और भारी संख्या में समर्थकों के साथ चंद्रशेखर आजाद जिले की सीमा में घुसे और मुजफ्फरनगर-सहारनपुर राजमार्ग से होते हुए रोहाना से चरथावल की तरफ निकल गए।
जिले में धारा 144 और आचार संहिता लगी होने के बीच रोड शो निकाले जाने की जानकारी जब पुलिस के उच्चाधिकारियों को लगी तो उन्होंने अधीनस्थों को हडकाते हुए थाना चरथावल क्षेत्र के गांव कुटेसरा में पुलिस के माध्यम से चंद्रशेखर आजाद का रोड शो रुकवाया। काफी देर तक रोड शो निकालने को लेकर भारत आजाद समाज पार्टी के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ नोकझोंक होती रही। लेकिन पुलिस ने आचार संहिता और निषेधाज्ञा लगी होने का हवाला देते हुए चंद्रशेखर आजाद की गाड़ियों के काफिले को आगे नहीं जाने दिया। बाद में 3 गाड़ियों के साथ चंद्रशेखर आजाद को आगे के लिए रवाना किया गया।
इस दौरान चंद्रशेखर आजाद ने पुलिस पर सत्ताधारी पार्टी के दबाव में आकर काम करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग किसानों के डर से गांव के भीतर नहीं घुस पा रहे हैं और हमारे लोग भीड़ के साथ रोड शो निकाल रहे हैं। उन्होंने कहा कि संत रविदास, भगवान बाल्मीकि, गुरु नानक देव और संत कबीर दास के मंदिर में जाने से मुझे कोई नहीं रोक सकता है। भीम चंद्रशेखर आज़ाद