अमित बंजारा को चुना रहनुमा-सर्व समाज का समर्थन
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के आरक्षण का निर्धारण होने के साथ ही चुनावी गतिविधियां पूरी तरह से जोर पकड़ चुकी है
मुजफ्फरनगर। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के आरक्षण का निर्धारण होने के साथ ही चुनावी गतिविधियां पूरी तरह से जोर पकड़ चुकी है। जहां उम्मीदवार अपनी जीत को सुनिश्चित करने के लिए ग्रामीणों को टटोल रहे हैं, वही मतदाता भी अपने रहनुमा को तलाशकर उसे चुनाव लड़ाने की कोशिशों में लग गए हैं। जिला पंचायत के वार्ड नंबर 40 के मतदाताओं ने अमित बंजारा पर चुनाव लड़ने का दबाव बनाते हुए उन्हें हर तरह की मदद और समर्थन का भरोसा दिलाया है।
शासन स्तर से त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए आरक्षण का निर्धारण करते हुए उसकी उद्घोषणा किए जाने के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में चुनावी गतिविधियां जोर पकड़ गई है। पहले से चुनाव लड़ रहे लड़ने की तैयारियां कर रहे लोगों को आरक्षण के निर्धारण ने तगड़ा झटका दिया है। वही कुछ नए लोग अब ताल ठोकते हुए चुनाव मैदान में आ गए हैं। उम्मीदवार मतदाताओं की नब्ज टटोलते हुए बैठकें आयोजित कर अपनी जीत सुनिश्चित करने के प्रयासों में लगे हुए हैं।
उधर ग्रामीण भी अपेक्षाओं पर खरे नही उतरे निवर्तमान जनप्रतिनिधियों के स्थान पर अपने किसी नये रहनुमा को तलाश करने में जुट गए हैं। पिछड़ी जाति के लिए घोषित किए गए जिला पंचायत के वार्ड 40 में ग्रामीणों द्वारा अमित बंजारा पर चुनाव लड़ने का दबाव बनाया गया है। बीते दिन वार्ड 40 क्षेत्र के गांव मिर्जा टीला में हुई इलाके के भण्डूर, नयागांव, विलायतनगर, खेडी फिरोजाबाद, जौली, कम्हेडा, खाईखेडा और तेवडा आदि लगभग सभी ग्रामों के मतदाताओं की बैठक में अमित बंजारा पर चुनाव मैदान में उतरने का पुरजोर दबाव बनाया गया। क्षेत्रीय मतदाताओं के दबाव और आग्रह पर आखिरकार अमित बंजारा को चुनाव मैदान में उतरने के लिए बाध्य होना पड़ा।
काफी गहमागहमी के बाद अमित बंजारा ने मतदाताओं की सेवा करने का संकल्प लेते हुए जिला पंचायत का चुनाव लड़ने की घोषणा की। जिससे उपस्थित लोगों में हर्ष की लहर दौड़ गई। बैठक में शामिल हुए लोगों ने अमित बंजारा को जिला पंचायत के चुनाव में हर तरह से सहयोग का आश्वासन दिया। इस मौके पर अमित बंजारा ने कहा कि ग्रामीणों का अपार प्यार उन्हे चुनावी समर में उतरने को बाध्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि चुनाव जीतने के बाद इलाके में बिना किसी भेदभाव के विकास कार्य कराए जाएंगे। लोगों के सुख-दुख में शामिल होना मेरा पहला उददेश्य और प्राथमिकता रहेगी। क्षेत्र के गांवों की सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्र पर पूरा ध्यान दिया जाएगा।
किसानों की समस्याओं का निदान कराने की भी में पुरजोर कोशिश करूंगा। गरीबों व मजदूर की सहायता भारतीय संस्कृति और समाज का अभिन्न अंग है। लिहाजा गरीब और मजदूरों की हर संभव मदद की जाएगी। उन्होंने कहा की चुनाव जीतना तो बाद की बात है, लेकिन जिस तरह से मुझे लोगों का अपार प्यार और समर्थन मिला है उसने मेरी अभी से ही जीत सुनिश्चित कर दी है।