आंदोलन- रेलवे स्टेशन पर पुलिस का पहरा- किसानों की नारेबाजी

संयुक्त किसान संघर्ष समिति द्वारा घोषित रेल रोको आंदोलन के मददेनजर पुलिस ने रेलवे स्टेशन पर डेरा डाल दिया है।

Update: 2021-02-18 06:59 GMT

मुजफ्फरनगर। संयुक्त किसान संघर्ष समिति द्वारा घोषित रेल रोको आंदोलन के मद्देनज़र पुलिस ने रेलवे स्टेशन पर डेरा डाल दिया है। चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात दिखाई दे रही है। स्टेशन पर रेल रोकने के लिए पहुंचे किसानो ने नारेबाजी शुरू कर रखी है। किसानों व पुलिस के आलावा अभी तक किसी अन्य की आमद नही हो पाई है। दूर तलक भी फिलहाल पुलिस और किसानों के अलावा कोई अन्य दिखलाई नही दे रहा है। 

राजधानी में नये कृषि कानूनों के विरोध में गाजीपुर, टीकरी और सिंघु बाॅर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन का संचालन कर रही संयुक्त किसान संघर्ष समिति के गुरूवार को रेल रोको आंदोलन के आह्वान के मददेनजर प्रशासन ने चैकसी बरतते हुए स्थानीय रेलवे स्टेशन पर भारी पुलिस बल की तैनाती की है। रेलवे स्टेशन के भीतर की सुरक्षा व्यवस्था आरपीएफ और जीआरपी ने संभाल रखी है तो बाहर के हिस्से पर पुलिस मुस्तैदी के साथ पहरेदारी कर रही है।

पश्चिमी उत्तर प्रदेश में रेल रोकोे आंदोलन की सफलता की जिम्मेदारी संयुक्त किसान संघर्ष समिति द्वारा भारतीय किसान यूनियन के कंधों पर डाली गई है। समाचार लिखे जाने तक स्थानीय रेलवे स्टेशन पर पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था संभालते हुए अपना डेरा जमा लिया था।

मुजफ्फरनगर के पुलिस प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की हुई है। रेलवे स्टेशन पर चारों तरफ और हर प्लेटफार्म पर भारी पुलिस फोर्स लगाई गई है। कानूनों के विरोध में किसानों ने आज यानि 18 फरवरी को रेल रोकने की घोषणा की है। किसानों ने दोपहर 12 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक रेल रोकने का ऐलान किया है। किसान नेताओं के मुताबिक इस दौरान यात्रियों को चाय पिलाई जाएगी। बीच रास्ते में ट्रेन रोकने से बचा जाएगा। रेलगाड़ियों पर माला पहनाकर रेलगाड़ियां रोकी जाएंगी। दिन के समय रेलगाडियों की आवाजाही कम ही रहती हैं, इसलिए संयुक्त संघर्ष समिति द्वारा दिन के चार घंटों के लिए चुना गया है। किसानों के रेल रोको आंदोलन के ऐलान के बाद बुधवार को ही प्रशासन की ओर से स्टेशनों पर आरपीएफ ने चैकसी बढ़ा दी थी। सुरक्षा के लिए आरपीएफ की अतिरिक्त कंपनियां लगाई गई हैं। स्टेशनों तक पहुंचने के मुख्य रास्तों के अलावा अन्य भी रास्ते बंद कर दिए गए हैं। किसी भी आपात स्थित से निपटने के लिए स्टेशनों के आसपास बैरिकेडिंग बढ़ा दी गई है।

उधर राजधानी दिल्ली के बॉर्डर से सटे ट्रैक, सिंघु बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर के आसपास के स्टेशनों जैसे नरेला, आनंद विहार टर्मिनल, शाहदरा आदि के आसपास आरपीएफ कर्मी सुरक्षा के मददेनजर अपनी पैनी निगाहें जमाये हुए हैं। यहां ट्रैक पर गश्त बढ़ाई गई है। रेलवे अधिकारियों की माने तो रेल यातायात अपने तय समय पर चलेगा। उनका कहना है कि रेल परिचालन में बाधा डालना गैर कानूनी है। नियम तोड़ने वालों के खिलाफ आरपीएफ के साथ मिलकर नियमों के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी।

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