69 वर्ष के हुये ये अभिनेता- जानिए कैसे की थी बॉलीवुड में अपनी शुरुआत
उनके पिता पुष्कर नाथ एक कश्मीरी पंडित थे, वे पेशे से क्लर्क थे।
मुंबई। बॉलीवुड के जाने-माने चरित्र अभिनेता अनुपम खेर आज 69 वर्ष के हो गये।
अनुपम खेर का जन्म 07 मार्च 1955 को शिमला में हुआ था। उनके पिता पुष्कर नाथ एक कश्मीरी पंडित थे, वे पेशे से क्लर्क थे। बचपन से ही उनकी ख्वाहिश अभिनेता बनने की थी। स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में दाखिला ले लिया। वर्ष 1978 में नेशनल स्कूल से अभिनय की पढ़ाई पूरी करने के बाद वह रंगमंच से जुड़ गए। 80 के दशक में अभिनेता बनने का सपना लिए हुए उन्होंने मुंबई में कदम रखा। बतौर अभिनेता उन्हें वर्ष 1982 में प्रदर्शित फिल्म 'आगमन' में काम करने का मौका मिला, लेकिन फिल्म के असफल हो जाने के बाद वह फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने में कामयाब नहीं हो सके।
वर्ष 1984 में अनुपम खेर को महेश भट्ट की फिल्म 'सारांश' में काम करने का अवसर मिला। इस फिल्म में उन्होंने एक वृद्ध पिता की भूमिका निभाई जिसके पुत्र की असमय मृत्यु हो जाती है। अपने इस किरदार को अनुपम ने संजीदगी के साथ निभाकर दर्शकों का दिल जीत लिया। साथ ही सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के फिल्म फेयर पुरस्कार से भी सम्मानित किए गए। वर्ष 1986 में उन्हें सुभाष घई की फिल्म 'कर्मा' में बतौर खलनायक काम करने का अवसर मिला। इस फिल्म में उनके सामनेअभिनय सम्राट दिलीप कुमार थे, लेकिन अनुपम खेर अपने दमदार अभिनय से दर्शकों का दिल जीतने में सफल रहे। फिल्म की सफलता के बाद बतौर खलनायक वह अपनी पहचान बनाने में सफल रहे।
अपने अभिनय मे आई एकरूपता को बदलने और स्वंय को चरित्र अभिनेता के रूप में भी स्थापित करने के लिए अनुपम खेर ने अपनी भूमिकाओं में परिवर्तन किया। इस क्रम में वर्ष 1989 मे प्रदर्शित सुभाष घई की सुपरहिट फिल्म 'राम लखन' में उन्होनें फिल्म अभिनेत्री माधुरी दीक्षित के पिता की भूमिका निभाई। फिल्म में उनके दमदार अभिनय के लिए सर्वश्रेष्ठ हास्य अभिनेता के फिल्म फेयर पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया।वर्ष 1989 में अनुपम खेर के सिने करियर की एक और अहम फिल्म 'डैडी' प्रदर्शित हुई। फिल्म में अपने भावुक किरदार को उन्होंने सधे हुए अंदाज में निभाकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। अपने दमदार अभिनय के लिए वह फिल्म फेयर समीक्षक पुरस्कार और राष्ट्रीय पुरस्कार के स्पेशल ज्यूरी पुरस्कार से सम्मानित किए गए।