चल रहे थे एग्जाम- भरभराकर गिरी स्कूल की छत- बच्चों समेत 35 घायल
बच्चे स्कूल के कैंपस में एग्जाम दे रहे थे। एग्जाम खत्म होने के बाद जैसे ही बच्चे क्लास में अपना बैग उठाने के लिए
रोहतक। जीवानंद मॉडल पब्लिक स्कूल में चल रहे एग्जाम के दौरान स्कूल की छत भरभराकर धड़ाम से नीचे आ गिरी। छत से गिरे मलबे के नीचे तीसरी और चौथी कक्षा के बच्चों के साथ अध्यापक और मिट्टी डाल रहे मजदूर दब गए। मौके पर मची चीख पुकार को सुनकर गांव वाले भागदौड़ करते हुए मौके पर पहुंचे और राहत कार्य शुरू करते हुए मलबे के भीतर दबे बच्चों समेत 35 लोगों को बाहर निकाला। इसी दौरान हादसे की जानकारी पाकर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। घायल हुए सभी बच्चों को नजदीकी सरकारी अस्पताल में ले जाकर भर्ती कराया गया। जहां पर 7 लोगों की हालत गंभीर देखते हुए उन्हें हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया है।
सोनीपत की गन्नौर तहसील के बाय गांव में जीवानंद मॉडल पब्लिक स्कूल की कच्ची छत की मरम्मत किए जाने का काम चल रहा था। 2 दिन पहले हुई तेज बारिश के चलते छत काफी जर्जर हो चुकी थी। इसके चलते स्कूल प्रशासन छत को बदलवाने के बजाय उसके ऊपर मिट्टी डलवाने का काम करवा रहा था। जैसे ही मजदूरों ने पानी पीकर भारी हुई छत पर मिट्टी डालनी शुरू की तो वह अधिक बोझ की मार से कर्राहते हुए भरभराकर धड़ाम से नीचे आ गिरी। स्कूल के इसी हाल में तीसरी और चौथी कक्षा के बच्चे पढ़ते हैं। बच्चे स्कूल के कैंपस में एग्जाम दे रहे थे। एग्जाम खत्म होने के बाद जैसे ही बच्चे क्लास में अपना बैग उठाने के लिए पहुंचे तो भरभराकर छत अचानक से नीचे आ गिरी। उस समय क्लासरूम में अध्यापक भी थे।
बच्चे और अध्यापक तथा ऊपर से गिरे मजदूर मलबे के नीचे दब गए। छत के जमीन पर गिरते ही जोरदार धमाका हुआ और बच्चों में चीख-पुकार मच गई। इस आवाज को सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना देते हुए राहत कार्यों में जुट गए। ग्रामीणों ने बचाव कार्य शुरू करते हुए मलबे को हटाकर उसके नीचे दबे बच्चों व अध्यापकों के साथ मजदूरों को बाहर निकाला। इसी बीच पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और स्कूल बस की सहायता से घायलों को सरकारी अस्पताल पहुंचाया। जहां उनके रोने की आवाज गूंजती रही। बताया जा रहा है कि इस घटना में 25 से भी ज्यादा बच्चों के सिर में गंभीर चोट आई है। मलबे में दबकर घाल हुए तकरीबन सभी बच्चों के सिर पर टांके लगे हुए हैं। मजदूर और अध्यापक भी गंभीर रूप से घायल हुए हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए सीएमओ भी तत्काल अस्पताल पहुंचे और स्टाफ को घायलों का बेहतर इलाज करने का निर्देश दिया।