सर्दी में गर्माहट-नए साल की शुरुआत में केंद्र की सीएए लागू करने की तैयारी
सरकार की ओर से नागरिकता संशोधन कानून को नए साल में लागू करने की तैयारियां की जा रही है
नई दिल्ली। केंद्र सरकार की ओर से नागरिकता संशोधन कानून को नए साल में लागू करने की तैयारियां की जा रही है। जिससे सर्द माहौल में गर्माहट पैदा होने के पूरे आसार लग रहे है। वर्षों से जो शरणार्थी भारत की नागरिकता पाने का इंतजार कर रहे हैं, उन लोगों को नए साल के पहले सप्ताह में नागरिकता संशोधन कानून लागू होने का तोहफा मिल सकता है।
दरअसल नागरिक संशोधन कानून 2020 को संसद में पारित होने के बाद भी 1 साल से अमल में नहीं लाया जा सका है। इसके पीछे का कारण यह है कि इस बाबत तैयार किए जाने वाले नियम अभी तक पूरी तरह से दुरुस्त नहीं हो सके हैं। अगले साल उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड और गोवा समेत पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव को मद्देनजर रखते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से सरकार के ऊपर लगातार इस बात का जोर दिया जा रहा है कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान एवं बांग्लादेश से आए हिंदुओं, सिखों, जैनियों, बौद्धों, पारसियों एवं ईसाईयों के साथ इंसाफ किया जाए। बताया जा रहा है कि सरकार की ओर से संघ नेतृत्व को पूरा भरोसा दिया गया है कि अब 10 जनवरी की समय सीमा को आगे बढ़ाने का उनसे अनुरोध नहीं किया जाएगा, बल्कि इससे पहले ही नियम निर्धारित करते हुए नागरिकता संशोधन कानून पर लागू कर दिया जाएगा।