डाई का निःशुल्क वितरण- शिल्पकारों एवं कारीगरों को दी जा रही ट्रैनिंग
व्याक्तियों को विद्युत चालित कुम्हारी चाक एवं मूर्तियां बनाने हेतु विभिन्न साइज की डाई का निःशुल्क वितरण कराया जा रहा है
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह द्वारा आज खादी भवन में उत्तर प्रदेश माटीकला बोर्ड द्वारा आयोजित 10 दिवसीय माटीकला की भव्य प्रदर्शनी का उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर माटीकला बोर्ड के अध्यक्ष धर्मवीर प्रजापति एवं अपर मुख्य सचिव खादी एवं ग्रामोद्योग डा0 नवनीत सहगल भी मौजूद थे
इस मौके पर मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा माटीकला बोर्ड के माध्यम से प्रजापति समाज के व्याक्तियों को विगत 02 वर्षो से विद्युत चालित कुम्हारी चाक एवं मूर्तियां बनाने हेतु विभिन्न साइज की डाई का निःशुल्क वितरण कराया जा रहा है। मुख्यमंत्री माटीकला रोजगार योजना के माध्यम से प्रदेश में माटीकला से जुड़े कारीगरों एवं शिल्पकारों को बैंको के माध्यम से वित्तीय सहायता उपलब्ध कराते हुए इकाइयाॅ स्थापित करायी जा रही है। योजनान्तर्गत शिल्पकारों एवं कारीगरों को व्यवहारिक प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में माइक्रो माटीकला काॅमन फैसेलिटी सेन्टर योजनान्तर्गत माटीकला के छोटे-छोटे सामूहिक केन्द्र स्थापित कराकर उन्हे सुविधा सम्पन्न कराये जाने की दिशा में सरकार निरन्तर प्रयासरत है।
उ0प्र0 माटीकला बोर्ड के अध्यक्ष डाॅ0 धर्मवीर प्रजापति ने बताया कि इस तरह के आयोजनों से न सिर्फ शिल्पकारों एवं कारीगरांे को प्रोत्साहन मिलता है, बल्कि अपने उत्पादों का उत्कृष्ट प्रदर्शन करने हेतु मंच भी उपलब्ध होता है। मेले में विभिन्न जनपदों से आये उत्कृष्ट शिल्पकारों द्वारा निर्मित लक्ष्मी गणेश की मूर्तियां, डिजाइनर दीये, गोरखपुर का टेराकोटा उत्पाद, आजमगढ़ की ब्लैकपाॅटरी, खुर्जा के मिटट्ी निर्मित कुकर तथा कढ़ाई, पानी बोतल आदि उत्पाद जन-सामान्य की खरीदारी के लिए उपलब्ध रहेगें।
डा0 नवनीत सहगल ने कहा कि आज से शुरू हुई और 13 नवम्बर तक चलने वाली इस प्रदर्शनी में जनपद मीरजापुर, कुशीनगर, आजमगढ़, बाराबंकी, बलिया, वाराणसी, उन्नाव, पीलीभीत, लखनऊ, अयोध्या, कानपुर, गोरखपुर, बुलन्दशहर एवं प्रयागराज से आये शिल्पकारो द्वारा अपने उत्कृष्ट उत्पादों का प्रदर्शन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर इस बार की दीवाली में उत्कृष्ट श्रेणी के स्वदेशी लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां तैयार करने हेतु कारीगरों को पी0ओ0पी0 मास्टर डाई, स्प्रे-पेंटिंग मशीन, पगमिल, आधुनिक भट्ठी एवं दीया मेकिंग मशीनें निःशुल्क शिल्पकारों को उपलब्ध कराई गई है। इसके साथ ही कारीगरों को उनके गांव एवं घर में विशेषज्ञों के माध्यम निःशुल्क प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।
कार्यक्रम के शुभारम्भ के पश्चात मुख्य अतिथियों द्वारा माटीकला उत्पादों की भव्य प्रदर्शनी के साथ-साथ माटीकला उद्योग के क्रियात्मक प्रदर्शन का अवलोकन भी किया गया। मुख्य अतिथि एवं अन्य गणमान्य अतिथियों का स्वागत माल्यार्पण द्वारा किया गया। इस अवसर पर विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी व कर्मचारी भी उपस्थित रहे।