गरीबों को आवास उपलब्ध कराना बाबा साहब के सपनों को साकार करना है: योगी

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि संविधान में समानता, न्याय और बंधुत्व की भावना का जो भाव बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर ने दिया है

Update: 2022-04-14 13:04 GMT

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गरीब कल्याण को डा भीमराव अंबेडकर का सपना बताते हुए कहा है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार प्रदेश में गरीबों को 43 लाख पक्के मकान देने जैसे गरीब कल्याण के तमाम अन्य काम करके बाबा साहब के सपनों को साकार कर रही है।

योगी ने गुरुवार को अंबेडकर जयंती के अवसर पर यहां स्थित बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि उप्र सरकार गरीबों को आवास उपलब्ध करा रही है। प्रदेश में 43 लाख लोगों को घर उपलब्ध कराना बाबा साहब के सपनों को साकार करना है। हर घर में शौचालय से लेकर बिजली की सुविधा तक तमाम सहूलियतें लोगों को बिना भेदभाव के मिल रही है। सरकार, जनता को शिक्षा के नये केंद्र उपलब्ध करा रही है। यह बाबा साहब के सपने को पूरा करना है।

अम्बेडकर महासभा द्वारा आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी ने बाबा साहब को श्रद्धा सुमन अर्पित किये। इस अवसर पर उन्होंने राष्ट्र निर्माण में डा अंबेडकर के योगदान को याद किया और उनके बताए मार्ग पर चलने के लिए लोगों से आह्वान किया।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि संविधान में समानता, न्याय और बंधुत्व की भावना का जो भाव बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर ने दिया है, उसी का परिणाम है कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में भारत आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बाबा साहब अम्बेडकर को सबसे अधिक सम्मान दिया। उन्होंने देश और दुनिया में बाबा साहब से जुड़े स्थलों का पंचतीर्थ के रूप में विकास कराया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अम्बेडकर महासभा के प्रयासों का परिणाम है कि प्रदेश सरकार लखनऊ में बाबा साहब का भव्य स्मारक और सांस्कृतिक केंद्र बनाने के लिए तेजी से कार्य कर रही है। उन्होंने कहा, "हमारी सरकार बाबा साहब के सपने को साकार करने के लिए दृढ़ता से कार्य करेगी और हम नए भारत के निर्माण में योगदान देंगे।"

मुख्यमंत्री ने अतीत के पन्नों को उलटते हुए कहा कि बाबा साहब और जोगेन्द्र नाथ मंडल दोनों विभूतियों ने समाज के वंचितों और शोषितों के लिए काम किया। मंडल पाकिस्तान के और बाबा साहब आजाद भारत के पहले कानून मंत्री बने, लेकिन मंडल को वहां से पलायन करना पड़ा और गुमनाम जीवन जीना पड़ा। वहीं, बाबा साहब के नाम से आज देश और दुनिया में संस्थान, स्मारक और शिक्षण संस्थान हैं। भारत और दुनिया में बाबा साहब को सम्मान मिला।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दलित उत्थान के बाबा साहब के सपने को साकार करने के लिये केंद्र और राज्य सरकार की सभी योजनाओं को लेकर एक साथ काम करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि 2017 से पहले अनुसूचित जाति-जनजाति की छात्रवृत्ति को रोक दिया था, लेकिन जब भाजपा सरकार आई तो इसे और आगे बढ़ाया गया।

उन्होंने कहा कि बाबा साहब चाहते थे हम ऐसा समाज बनाएं जहां भेदभाव, शोषण का कोई स्थान न हो। योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम पायदान तक पहुंचाया जाना चाहिये।

वार्ता

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