वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व के संबंध में अधिसूचना जारी
मध्यप्रदेश में वन्य जीवों के संरक्षण और संवर्धन के उद्देश्य से वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व को अस्तित्व में लाते....
भोपाल। केंद्र सरकार के वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने मध्यप्रदेश में वन्य जीवों के संरक्षण और संवर्धन के उद्देश्य से वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व को अस्तित्व में लाते हुए विभिन्न क्षेत्रों को अधिसूचित कर दिया है।
राज्य सरकार की आेर से आज यहां जारी एक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गयी है। इसके मुताबिक यह राज्य का सातवां ''टाइगर रिजर्व'' है। इसमें कहा गया है कि केन्द्र सरकार की ओर से केन-बेतवा लिंक परियोजना की प्रदाय की गई स्वीकृति में अधिरोपित की गई शर्त के पालन में सागर, दमोह और नरसिंहपुर जिलों में पूर्व से अधिसूचित नौरादेही अभयारण्य को वीरांगना दुर्गावती अभयारण्य के क्षेत्र में सम्मिलित किया गया है।
वीरांगना दुर्गावती अभयारण्य मध्यप्रदेश का सातवां टाइगर रिजर्व है। टाइगर रिजर्व के 1414 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को कोर क्षेत्र और 925 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को ''बफर क्षेत्र'' के रूप में अधिसूचित किया गया है। अधिसूचित बफर क्षेत्र में नौरादेही और वीरांगना दुर्गावती अभयारण्यों का पूर्व से अधिसूचित ''ईको सेंसेटिव जोन'' एवं आसपास के वनक्षेत्र को शामिल किया गया है।
मध्यप्रदेश को ''टाइगर स्टेट'' का दर्जा मिला हुआ है और इस राज्य में पांच सौ से अधिक बाघ (टाइगर) हैं। वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व में अन्य कोई नया राजस्व क्षेत्र शामिल नहीं किये जाने के कारण टाइगर रिजर्व के आसपास के स्थानीय लोगों पर कोई अतिरिक्त प्रतिबंध लागू नहीं किये जाएंगे। टाइगर रिजर्व में पूर्व से ही अधिसूचित अभयारण्य क्षेत्र अथवा ईको सेंसेटिव क्षेत्र को शामिल किया गया है।
वार्ता