अधिकारियों के फोन पर बात करने के लहजे से मंत्री नाराज- नर्मी से आएं पेश

बिजली कटौती से भी लोग परेशान हैं। रात को ही नहीं दिन में भी बिजली कटौती होती है।

Update: 2021-06-11 14:23 GMT

लखनऊ। इन दिनों उत्तर भारत में गर्मी का प्रकोप बड़ी तेजी के साथ बढ़ रहा है। जैसे-जैसे उत्तर प्रदेश में गर्मी का प्रकोप बढ़ रहा है,वैसे वैसे बिजली कटौती से भी लोग परेशान हैं। रात को ही नहीं दिन में भी बिजली कटौती होती है। और तो और लोग बिजली की कटौती को लेकर अगर अधिकारियों के पास फोन करते हैं तो वह भी संतोषजनक जवाब नहीं देते। बिजली कटौती और अधिकारियों को फोन पर बात करने के लहजे से नाराज उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने देगी गंभीरता को देखते हुए विभाग के अफसरों को जमकर फटकार लगाई और कहा कि जनता के साथ नर्मी से पेश आएं।

सभी लोगों के फोन उठाये जाएं, गांवों में सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक बिजली दी जाए। वह सैफई स्थित पावर स्टेशन का निरीक्षण करने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसी शिकायतें मिली हैं कि पावर कारपोरेशन के अधिकारी आम उपभोक्ताओं के साथ न केवल अभद्रता कर रहे हैं बल्कि उनका व्यवहार भी संतोषजनक नहीं है। इसी के चलते सख्त हिदायत दी गई है कि अगर आम उपभोक्ता का उत्पीड़न किया गया तो अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हर हाल में सुनिश्चित की जाएगी। हमारे लिए उपभोक्ता ही सम्माननीय है।

उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्र में 24 घंटे, तहसील क्षेत्र में 20 से 22 घंटे व ग्रामीण क्षेत्र में 18 घंटे की विद्युत आपूर्ति करने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं। इसमें कोई कोताही नहीं होनी चाहिए। बिना राजनीतिक भेदभाव के अधिकारी उपभोक्ताओं से वार्ता करें। उन्होंने कहा कि तीन साल में सरकार ने बिजली की कोई दर नहीं बढ़ाई है। हम तो बिजली सस्ता करने का प्रयास कर रहे हैं, अगर सभी लोग सहभागी हों। समय पर बिल जमा करें तो आने वाले समय में बिजली की दरें कम कर दी जाएंगी।

उन्होंने एमडी दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम को निर्देश दिया कि सभी जनपदों की विद्युत आपूर्ति व उपभोक्ता सेवाओं की खुद समीक्षा करें। कमियों को दूर कराएं, सेवा में किसी प्रकार की कोई कोताही न बरती जाए। उन्होंने खराब ट्रांसफार्मर बदलने के निर्देश दिए जहां पर ओवरलोडिग है उसे सुधारा जाए। पिछली सरकार में 16 हजार मेगावाट से ज्यादा की आपूर्ति प्रदेश में नहीं हो पाती थी। ज्यादा डिमांड होने पर फीडर बंद हो जाते थे। आज हम 23 हजार मेगावाट से ज्यादा की बिजली आपूर्ति कर रहे हैं। उन्होंने अपील की उपभोक्ता अपनी शिकायतों के निस्तारण के लिए 1912 पर शिकायत करें। उन्होंने अधिकारियों को इंटरनेट मीडिया पर आ रही शिकायतों को भी प्राथमिकता से निस्तारित करने का निर्देश दिया। एक पौधा भी लगाया।

वैक्सीन पर भ्रम फैलाना शर्मनाक वैक्सीनेशन पर ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि सभी लोग मिलकर कोविड-19 को हराएंगे। इस महामारी की सबसे बड़ी दवा वैक्सीन है लेकिन कुछ राजनीतिक दलों ने वैक्सीन को लेकर अलग-अलग पार्टियों से जोड़ दिया यह एक शर्मनाक बात है। पहले वैज्ञानिकों का अपमान करना अब उसी वैक्सीन की मांग कर रहे हैं। अगर भ्रम नहीं पैदा किया जाता तो बड़ी संख्या में लोग वैक्सीन लगवाते। इस महामारी पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।

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