DM को दिए निर्देश- यूरिया के प्राप्ति स्रोतों की गहनता से की जाये जांच

उपयोग में होने वाले टेक्निकल ग्रेड यूरिया की मात्रा घरेलू उत्पादन और आयात से प्राप्त होने वाली मात्रा से अधिक है

Update: 2021-10-07 14:04 GMT

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश की विभिन्न औद्योगिक इकाईयों द्वारा अपने उत्पाद के निर्माण में नाइट्रोजिनस कम्पाउण्डस अथवा टेक्निकल ग्रेड यूरिया या फार्मेल्डिाहईड यूरिया के स्थान पर डायवर्जन कर रॉ-मेटेरियल के रूप में अनुदानित यूरिया का प्रयोग के सम्बन्ध में रॉ-मेटेरियल के प्राप्ति स्रोत की जांच कराये जाने के निर्देश दिये गये हैं। अपर मुख्य सचिव, कृषि डॉ0 देवेश चतुर्वेदी ने यह जानकारी देते हुये बताया कि शासन द्वारा इस सम्बन्ध में समस्त मण्डलायुक्त एवं जिलाधिकारियों को निर्देश जारी कर दिये गये हैं। उन्होंने बताया कि टेक्निकल ग्रेड यूरिया घरेलू उत्पादन एवं विदेशों से आयात के माध्यम से उपलब्ध होता है। औद्योगिक इकाईयों में अपने उत्पाद हेतु उपयोग में होने वाले टेक्निकल ग्रेड यूरिया की मात्रा घरेलू उत्पादन और आयात से प्राप्त होने वाली मात्रा से अधिक है।

अपर मुख्य सचिव, कृषि डॉ0 देवेश चतुर्वेदी ने बताया कि जारी किये गये निर्देशों में कहा गया है कि प्रत्येक जनपद में महाप्रबंधक, जिला उद्योग केन्द्र औद्योगिक इकाईयों, जिनके द्वारा अपने उत्पादों के निर्माण में टेक्निकल ग्रेड यूरिया या फार्मेल्डिहाइड यूरिया का प्रयोग किया जाता है, की सूची तैयार करें। इसके अतिरिक्त महाप्रबंधक, जिला उद्योग केन्द्र तथा जिला कृषि अधिकारी की संयुक्त टीम द्वारा इन औद्योगिक इकाईयों में टेक्निकल ग्रेड यूरिया या फार्मेल्डिहाइड यूरिया के प्राप्ति स्रोतों की गहनता से जांच कराये जाने के भी निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने बताया कि किसी भी औद्योगिक इकाई द्वारा अपने उत्पाद के निर्माण में अनुदानित यूरिया का उपयोग किया जाना पाया जाता है, तो उसके विरूद्ध उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 एवं आवश्यक वस्तु अधिनियम, 1955 की धाराओं एवं अन्य सुसंगत नियमों के अन्तर्गत विधिक कार्यवाही सुनिश्चित की जाये।

अपर मुख्य सचिव, कृषि डॉ0 देवेश चतुर्वेदी ने बताया कि औद्योगिक इकाईयों द्वारा अनुदानित यूरिया के दुरूपयोग पर रोक लगाने हेतु शासन स्तर से समय-समय पर पड़ने वाले उर्वरक छापों के दौरान उर्वरक बिक्री केन्द्रों के साथ-साथ इन औद्योगिक इकाईयों का भी गठित टीम द्वारा सघन निरीक्षण किया जाये। उन्होंने बताया कि नाइट्रोजिनस कम्पाउण्डस अथवा टेक्निकल ग्रेड यूरिया या फार्मेल्डिहाइड यूरिया का उपयोग करने वाली प्रमुख औद्योगिक इकाईयों में एनिमल एण्ड पोल्ट्री फीड एज प्रोटीन सब्स्टीट्यूट, यूरिया फार्मेल्डिहाइड रेजिन यूज्ड इन पेन एज ए बाइन्डर फॉर द इमल्सन, रॉ मैटेरियल फॉर फर्मेन्टेशन ऑफ शुगर/मोलेसेस टू एल्कोहल, यूरिया फॉर्मेल्डिहाइड रेज्ड्यू एण्ड इट्स मॉडिफिकेशन्स यूज्ड इन प्लाईवुड एण्ड पार्टीकल बोर्ड इण्डस्ट्री एज एडहेसिव एण्ड आलसो फॉर सरफेस कोटिंग, मेलामाईन रेजिन ऑर मेलामाइन फार्मेल्डिहाईड (नाईट्रोजन कम्पाउण्डस) यूज्ड फॉर मैन्यूफैक्चर ऑफ कुकिंग यूटेन्सिल्स, प्लेट्स, प्लास्टिक प्रोडक्टस एण्ड मोर, टीजीयू इस यूज्ड एज नॉन-कोडिंग अल्टरनेटिव टू रॉक-सॉल्ट, टीजीयू (टेक्निकल ग्रेड यूरिया) यूज्ड ए बर्निंग एजेन्ट, टीजीयू यूज्ड एज मेन मैटेरियल फार टूथ व्हाइटनिंग प्रोडक्टस, एज एडिटिव टू डाई बाथ्स फॉर टैक्सटाइल डाइनिंग ऑर प्रिंटिंग, रॉ मैटेरियल फॉर डिश सोप तथा रॉ मैटेरियल फॉर फ्लेवर एन्हैंसिंग एडिटिव फॉर सिगरेट्स चिन्हित की गयी हैं।



Tags:    

Similar News