आयुष्मान योजना में कैसे मिलेगा लाभ-कैसे बनेगा कार्ड? जाने नई प्रक्रिया

आयुष्मान कार्ड एक प्रमुख स्वास्थ्य बीमा योजना है, जो गरीब और कमजोर वर्ग के लोगों को स्वास्थ्य बीमा सुविधा प्रदान करती है

Update: 2024-09-21 07:49 GMT

सहारनपुर। आयुष्मान कार्ड भारत सरकार की एक प्रमुख स्वास्थ्य बीमा योजना है, जो गरीब और कमजोर वर्ग के लोगों को स्वास्थ्य बीमा सुविधा प्रदान करती है। यह कार्ड आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत जारी किया जाता है। जी हां यह कार्ड प्रति परिवार को 5 लाख रुपए तक का वार्षिक स्वास्थ्य बीमा कवर प्रदान करता है, जो सरकारी और कुछ निजी अस्पतालों में इलाज के लिए मान्य होता है।

अब 70 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्ग भी ले सकते है फ्री इलाज का लाभ 

देखिए कहते हैं ना कि बीमारी और मुसीबत कभी उम्र और समय देखकर नहीं आती है। यह कभी भी हमारे गले पढ़ सकते हैं तो इसके लिए हमें पहले से ही वित्तीय तौर पर स्थिर रहने की जरूरत होती है। लेकिन फाइनेंशियली भी हर कोई स्ट्रांग नहीं रह सकता। ऐसे में भारत सरकार ने 2018 में आयुष्मान भारत योजना शुरू की थी। जिसके दो स्तंभ थे देश में एक लाख हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर स्थापित करना एवं 10 करोड़ परिवारों को ₹5 लाख प्रतिवर्ष के स्वास्थ्य बीमा कवच से जोड़ना था। इस योजना का नाम बदलकर पीएम जन आरोग्य योजना कर दिया गया था। इस योजना में पहले 70 साल से ज्यादा उम्र वाले सीनियर सिटीजन शामिल नहीं होते थे, लेकिन अब योजना में आयु की सीमा को खत्म कर दिया गया है। इसका मतलब है कि 70 साल से ज्यादा आयु वाले बुजुर्गों का भी इलाज होगा। जी हां केंद्र सरकार ने आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का दायरा बढ़ा दिया है, अब बुजुर्गों को भी इस योजना का लाभ मिलेगा। 70 साल और इससे अधिक उम्र के बुजुर्ग आयुष्मान कार्ड बनवा सकते हैं, भले ही वह किसी भी इनकम ग्रुप के हो। आयुष्मान कार्ड से बुजुर्गों को ₹5 लाख तक की सीमा में देश के किसी भी अस्पताल में बीमारियों का इलाज निशुल्क मिलेगा। अब ऐसे में कई सवाल मन में आते हैं कि आयुष्मान योजना का लाभ लेने के लिए आयुष्मान भारत कार्ड कैसे बनवाया जाए और दूसरा कि इस योजना में किन बीमारियों का इलाज फ्री में होता है। किन-किन अस्पतालों में हम इलाज करा सकते है? एक घर में कितने आयुष्मान कार्ड बनवा सकते है ?

आयुष्मान योजना के तहत 70 साल या उससे ज्यादा के बुजुर्गों को आवेदन देने के लिए योजना के ऑनलाइन पोर्टल या फिर आयुष्मान मित्र एप का इस्तेमाल करना होगा। आवेदन देने के बाद बुजुर्गों को मंजूरी के लिए थोड़ा सा वेट करना पड़ेगा, जैसे ही मंजूरी मिल जाती है और आवेदन की प्रक्रिया पूरी हो जाती है, इन बुजुर्गों का हेल्थ कार्ड जारी कर दिया जाएगा और मुफ्त इलाज के लिए एक रसीद भी दी जाएगी। देखिये प्रक्रिया समझने से पहले सबसे पहले यह सुनिश्चित करें कि आप इस योजना के लिए पात्र हैं या नहीं। पात्रता जांचने के लिए आप आयुष्मान भारत की आधिकारिक वेबसाइट: https://pmjay.gov.in पर जाएं और "Am I Eligible" सेक्शन में जाकर अपना मोबाइल नंबर या राशन कार्ड नंबर डालें या फिर आप योजना के हेल्पलाइन नंबर 14555 या 1800-111-565 पर कॉल करके भी अपनी पात्रता की जांच कर सकते हैं।

आयुष्मान योजना का लाभ लेने के लिए आयुष्मान भारत कार्ड कैसे बनवाया जाए ? 

आयुष्‍मान कार्ड के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों मोड में अप्लाई किया जा सकता है। ऑनलाइन के लिए https://pmjay.gov.in/ की वेबसाइट पर जाकर अप्लाई करना होगा। वहीं, ऑफलाइन के लिए कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) जाकर आवेदन करना होगा। आयुष्मान योजना के तहत कार्ड बनवाने के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के समय मूल निवासी प्रमाण पत्र, फोटो, आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज जमा करने होंगे। पात्रता कंप्लीट होने पर pmjay.gov.in बेवसाइट पर जाकर आवेदन दिया जा सकता है। वेबसाइट पर मौजूद आभा रजिस्ट्रेशन के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा और अपने आधार कार्ड की जानकारी दर्ज करनी होगी, आधार वेरीफाई करने के लिए मोबाइल नंबर पर ओटीपी आएगा उसे दर्ज करना होगा. इसके बाद आपका एप्लीकेशन स्वीकार हो जाने का इंतजार करना होगा। एप्लीकेशन स्वीकार होने के बाद आप अपने आयुष्मान कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं। इसका प्रिंटआउट निकलवा कर किसी भी अस्पताल में आप इलाज की सुविधा ले सकते हैं। इस कार्ड के बनने के बाद वह कई तरह की गंभीर बीमारियों का भी अस्पताल में निशुल्क इलाज कर पाएंगे। इस स्कीम में सभी बड़ी-बड़ी बीमारियां कर होती हैं। योजना में 5 लाख रुपए का इंश्योरेंस मिलता है। इसके अलावा देशभर में 29000 से ज्यादा अस्पतालों में कैशलेस और पेपरलेस हेल्थ सर्विसेज की सुविधा भी मिलती है। आयुष्मान भारत योजना की वेबसाइट के हिसाब से इस योजना में कैंसर , हार्ट डिजीज, किडनी से जुड़ी बीमारियां, कोरोना, मोतियाबिंद डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया, घुटन और नी रिप्लेसमेंट जैसी गंभीर बीमारियों का इलाज होता है। हालांकि मोतियाबिंद सर्जिकल डिलीवरी, और मलेरिया समेत कई बीमारियां का इलाज केवल सरकारी अस्पताल में होता है। इन बीमारियों को प्राइवेट अस्पताल से हटा दिया गया है। इसके अलावा प्रोस्टेट कैंसर, डबल वॉल्व रिप्लेसमेंट, कोरोनरी आर्टरी बाइपास, पल्मोनरी वॉल्व रिप्लेसमेंट, नी और हिप रिप्‍लेसमेंट, स्कल बेस सर्जरी, टिश्यू एक्सपेंडर, पीडियाट्रिक सर्जरी, रेडिएशन ओंकोलॉजी, न्यूरोसर्जरी, एंजियोप्लास्टी विद स्टेंट जैसे गंभीर बीमारी की सर्जरी भी किसी अस्पताल में करवा सकते हैं।

 किन अस्पतालों में करा सकते है इलाज ?

इलाज तो आयुष्मान भारत योजना (प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना - PMJAY) के तहत आप भारत के कई सरकारी और निजी अस्पतालों में मुफ्त और कैशलेस इलाज करवा सकते हैं। योजना में शामिल अस्पतालों की सूची पूरे भारत में फैली हुई है और इसमें हर राज्य के अस्पताल शामिल हैं। योजना के तहत सभी सरकारी अस्पताल पंजीकृत हैं, जहां आप मुफ्त इलाज करवा सकते हैं। इसमें जिला अस्पताल, मेडिकल कॉलेज और प्रमुख सरकारी चिकित्सा संस्थान शामिल हैं। आयुष्मान भारत योजना के तहत कई प्रतिष्ठित निजी अस्पताल भी पंजीकृत हैं। इन अस्पतालों में भी आप कैशलेस इलाज की सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। आप आयुष्मान भारत की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर योजना में सूचीबद्ध अस्पतालों की जानकारी देख सकते हैं। यहां आप राज्य, जिला या पिन कोड के आधार पर अस्पतालों की सूची खोज सकते हैं। या आप आयुष्मान भारत योजना का मोबाइल ऐप डाउनलोड करके भी नजदीकी अस्पतालों की सूची देख सकते हैं। इसमें आपके स्थान के आधार पर अस्पतालों की पूरी जानकारी मिल जाती है। इसके साथ ही आप आयुष्मान भारत के हेल्पलाइन नंबर 14555 या 1800-111-565 पर कॉल करके योजना में पंजीकृत अस्पतालों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

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एक ही परिवार के कितने लोग बनवा सकते है आयुष्मान कार्ड ?

 इस सरकारी योजना में ऐसी कोई लिमिट तय नहीं की गई है। यानी एक परिवार के जितने चाहे उतने सदस्य आयुष्मान कार्ड बनवा सकते हैं और इस स्कीम का लाभ उठा सकते हैं, लेकिन इसके लिए जरूरी है कि परिवार के सभी सदस्य इस योजना के लिए पात्र हों, तभी उनका आयुष्मान कार्ड बनेगा।

PM-JAY के तहत मिलने लाभ 

बात करे PM-JAY के तहत मिलने वाले लाभों की तो नेशनल हेल्थ अथॉरिटी की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, PM-JAY के तहत लाभार्थियों को अस्पताल में भर्ती होने से पहले से लेकर इलाज के बाद डिस्चार्ज होने के 15 दिनों तक कई फायदे मिलते हैं। मेडिकल जांच, इलाज और डॉक्टर से सलाह, प्री-हॉस्पिटिलाइजेशन, दवाएं और चिकित्सा में काम आने वाली चीजें, नॉन इंटेन्सिव और इंटेन्सिव केयर सेवाएं, लैब की जांच, आवास की सुविधा, भोजन की सुविधा, इलाज के दौरान आने वाली जटिलताओं की देखभाल।

 अगर घर में एक से ज्यादा बुजुर्ग है तो क्या करे ?

अगर एक सवाल ये भी आपके मन में है कि अगर घर में एक से ज्यादा बुजुर्ग हैं तो क्या करे, तो आपको बता दे कि केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ऐसी स्थिति को लेकर पहले ही जानकारी दे चुके हैं। उन्होंने कहा, 'अगर एक परिवार में दो वरिष्ठ नागरिक (70 साल या इससे ज्यादा उम्र के) सदस्य हैं, तो 5 लाख रुपये का कवरेज दोनों के बीच साझा किया जाएगा। इस योजना का लक्ष्य 6 करोड़ सीनियर सिटिजन्स वाले लगभग 4.5 करोड़ परिवारों को पारिवारिक आधार पर 5 लाख रुपये के मुफ्त स्वास्थ्य बीमा कवर का फायदा देना है।


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