कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए सरकार तैयार-योगी

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए सरकार की कार्य योजना पूरी तरह से तैयार हैं।

Update: 2021-05-16 15:17 GMT

नई दिल्ली । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए सरकार की कार्य योजना पूरी तरह से तैयार हैं।

योगी आदित्यनाथ ने रविवार को यहां पत्रकारों से कहा कि कोरोना के खिलाफ युद्धस्तर पर और प्रभावी ढ़ंग से लड़ाई लड़ी जा रही है। यही वजह है कि राज्य में कोरोना के सक्रिय मामले तेजी से घट रहे हैं। हम पूरी सावधानी के साथ काम कर रहे हैं। तीसरी लहर से मुकाबले के लिए खासकर महिलाओं और बच्चों के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, जिला अस्पतालों और मेडिकल कालेजों में समर्पित तौर पर आईसीयू बनाने के निर्देश जारी किए गए हैं।

उन्होंने कहा कि गांवों में हमें संक्रमण रोकना ही होगा। इसके लिए ट्रेस, टेस्टिंग और ट्रीट की रणनीति बनाई गई है। संक्रमित व्यक्ति की त्वरित पहचान कर अगर उसका त्वरित उपचार शुरू हो जाए, तो मामला क्रिटिकल नहीं होगा। इसलिए हम एंटीजन टेस्ट के साथ ही उन्हें मेडिकल किट दे रहे हैं। आरटी-पीसीआर टेस्ट की रिपोर्ट भले ही बाद में आए, हम उपचार शुरू कर दे रहे हैं। मरीजों को वाहन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।

 योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया गया है कि अगर मरीज की आरटी-पीसीआर रिपोर्ट निगेटिव है और उसमें कोरोना के लक्षण हैं, तो उनकी जांच के लिए डिजिटल एक्सरे करें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में रोजाना औसतन 2.50 लाख लोगों की टेस्टिंग हो रही है। अब तक 4.5 करोड़ टेस्ट हो चुके हैं। प्रदेश में कोरोना की प्रथम लहर में हमने टीम 11 बनाकर प्रभावी नियंत्रण किया था, दूसरी लहर में टीम-9 बनाकर सबकी जवाबदेही तय की गई है। यही वजह है कि आज बीते 24 घंटे में पाजीटिव केस तकरीबन 10 हजार ही आए हैं। पहले संक्रमण का रेट 22 फीसद था, जो घटकर पांच फीसद हो गया है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में 1.50 करोड़ लोगों को हम वैक्सीन दे चुके हैं और आगे भी युद्धस्तर पर वैक्सिनेशन होगा। 45 साल से ऊपर के लोगों को भारत सरकार वैक्सिन उपलब्ध करा रही है। गौतमबुद्धनगर समेत 23 ऐसे जिले हैं, जहां 18 से 44 वर्ष की उम्र के लोगों को भी वैक्सिन दिया जा रहा है, जहां संक्रमण दर अन्य जिलों से ज्यादा है। इसके बाद हमारी तैयारी गांवों की है। हमने निर्देश दिया है कि गांवों में कामन सर्विस एरिया में वैक्सिनेशन का बंदोबस्त किया जाए, ताकि वहीं उनका पंजीकरण कर उनका वैक्सिनेशन किया जा सके। उन्हें दूर न जाना पड़े। इस बात का भी ध्यान रखा जाए कि भीड़ न बढ़ने पाए।

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