कांग्रेस अध्यक्ष का एक दावेदार हुआ कम-यह नेता नहीं लड़ेंगे इलेक्शन
अध्यक्ष से मुलाकात के बाद अध्यक्ष पद के प्रबल दावेदार रहे नेता ने साफ कर दिया है कि वह अब इस पद के लिए चुनाव नहीं लड़ेंगे
नई दिल्ली। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद के लिए चल रही नामांकन प्रक्रिया के अंतर्गत इस पद के लिए चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके एक नेता ने अपनी दावेदारी को वापस ले लिया है। अंतरिम अध्यक्ष से मुलाकात के बाद अध्यक्ष पद के प्रबल दावेदार रहे नेता ने साफ कर दिया है कि वह अब इस पद के लिए चुनाव नहीं लड़ेंगे।
दरअसल अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद के नामांकन प्रक्रिया चल रही है और शुक्रवार को नामांकन करने का अंतिम दिन है। नोटिफिकेशन जारी होने से पहले तक राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को इस पद का सबसे प्रबल दावेदार माना जा रहा था। लेकिन पिछले दिनों मुख्यमंत्री के पद को लेकर हुए बवंडर के बाद अशोक गहलोत की विश्वसनीयता हाईकमान की निगाह में संदेह के घेरे में आ गई थी। जिसके चलते हाईकमान ने विधायक दल की बैठक के दौरान हुए बवाल को लेकर अपनी गहरी नाराजगी जताई थी। आज बृहस्पतिवार को अभी तक कांग्रेस के अध्यक्ष पद की दौड़ में सबसे आगे चल रहे राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जब कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ मुलाकात की तो तकरीबन डेढ़ घंटे तक चली बैठक के बाद बाहर निकले अशोक गहलोत ने साफ कर दिया कि वह अब कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ेंगे।
उन्होंने कहा कि मैंने आज कांग्रेस अध्यक्ष के साथ बैठकर बातचीत की है, मैंने हमेशा वफादार सिपाही के रूप में पार्टी के लिए काम किया है। अशोक गहलोत ने विधायक दल की बैठक के में हुए बवंडर पर कांग्रेस अध्यक्ष से माफी मांगी है। उन्होंने कहा है कि मैं मुख्यमंत्री होने के बावजूद विधायक दल की बैठक में एक लाइन का प्रस्ताव पास नहीं करवा पाया, इस बात का मुझे हमेशा दुख रहेगा। बताया जा रहा है कि अशोक गहलोत जब सोनिया गांधी के पास बिल में के लिए जा रहे थे तो उनके हाथ में कुछ कागजात थे। जिनमें एक माफी नामा भी बताया जा रहा है जो अशोक गहलोत ने कांग्रेस की अंतिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को दिया है।