अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर 30 जून तक जारी रहेगा प्रतिबंध है
विदेश में जाने वाले और यात्रा करने वाले यात्रियों को विदेश यात्रा के लिए अभी और भी इंतजार करना पड़ेगा।
नई दिल्ली। बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर 23 मार्च 2020 से रोक लगी हुई है। उम्मीद जताई जा रही थी कि कोरोना संक्रमण का अधिकतम दौर अब गुजर चुका है और अब कोरोना संक्रमण के नए मामलों में भी तेजी से कमी आ रही है। मरीज भी बड़ी तेजी से ठीक हो रहे हैं। ऐसे में अब उम्मीद जताई जा रही थी कि 31 मई के बाद 1 जून से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को खोला जा सकता है। मगर नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने भारत में शेड्यूल अंतरराष्ट्रीय वाणिज्य उड़ाने की आवाज हवाई पर 30 जून 2021 तक प्रतिबंध बढ़ा दिया गया है हालांकि यह प्रतिबंध अंतरराष्ट्रीय ऑल कार्गो संचालन विशेष रूप से विमानन नियामक द्वारा अनुमोदित उड़ानों पर लागू नहीं होता।
विदेश में जाने वाले और यात्रा करने वाले यात्रियों को विदेश यात्रा के लिए अभी और भी इंतजार करना पड़ेगा। कोरोना संक्रमण की रफ्तार इसी तरीके से कम होती रही तो आने वाली 1 जुलाई से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को पुनः चालू किया जा सकता है। हालांकि उड़ाने कम रखी जाएगी मगर धीरे-धीरे उड़ानों में बढ़ोतरी कर दी जाएगी।
ऐसे हालातों में बता दे कि विमानन उद्योग अभी भी पिछले साल से लगे देश में अभी लॉकडाउन की वजह से घाटे में चल रहा है। नुकसान से अभी भी विमानन उद्योग उभर नहीं पा रहा है। अप्रैल में महामारी की दूसरी लहर ने इस उद्योग को बड़ा झटका दिया है। जिसके कारण पूरे देश में हवाई यातायात में भारी गिरावट आई है। खासकर तब जब दूसरे देशों द्वारा भारतीय उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
हाल ही में विमानन निदेशालय ने यह भी कहा था कि सभी हवाई अड्डे के परिचालकों को यह सुनिश्चित करना होगा की हवाई अड्डे पर यात्रा के दौरान लोगों ने मास्क सही तरीके से पहना है या नहीं। साथ ही हवाई अड्डे के परिसर में सुरक्षित दूरी बनाए रखनी होगी। अगर एयरलाइंस विमान के अंदर नियमों का पालन सुनिश्चित नहीं कर पाती तो उन पर जुर्माना लगाया जा सकता है।