राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने UP और दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया

पुलिस महानिदेशक और दिल्ली के पुलिस आयुक्त को नोटिस जारी कर चार सप्ताह में विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा है।

Update: 2021-09-01 11:53 GMT

नयी दिल्ली। राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग ने उच्चतम न्यायालय के बाहर एक महिला और पुरुष द्वारा आत्मदाह करने की कोशिश के मामले से संबंधित शिकायत का संज्ञान लेते हुए उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक और दिल्ली के पुलिस आयुक्त को नोटिस जारी कर चार सप्ताह में विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा है।

आयोग को मिली शिकायत के अनुसार गत 16 अगस्त को आत्मदाह की कोशिश करने वाले इस पुरुष और महिला को उपचार के लिए राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उन दोनों की मौत हो गई। महिला ने उसके साथ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। इस मामले में पुलिस पर भी उदासीनता बरतने और कार्रवाई न करने के आरोप लगाए गए हैं।

आयोग ने दोनों अधिकारियों को इस मामले में कथित रूप से दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ की गई कार्रवाई की जानकारी देने को भी कहा है। उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक को पीड़ितों के परिवार के सदस्यों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश भी दिया गया है।

आयोग ने नोटिस जारी करते हुए कहा है कि यह चौंकाने वाली बात है कि यौन उत्पीड़न की कथित पीड़िता व्यवस्था से भी पीड़ित महसूस कर रही थी।

पीड़ित महिला और पुरुष ने आत्मदाह से पहले फेसबुक पर लाइव वीडियो रिकॉर्ड करते हुए कहा कि उसने जून 2019 को उत्तर प्रदेश के एक सांसद के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया था, लेकिन पुलिस अधिकारी अपराधी का ही समर्थन कर रहे थे। उसने आरोप लगाया कि दोषी सांसद के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय पुलिस ने उसके ही खिलाफ झूठा मामला दर्ज कर गैर जमानती वारंट जारी कर दिया।


वार्ता

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