तिरंगे को सलामी पर मौलाना का फतवा खारिज करना पड़ा भारी- पीना पड़ा...

तिरंगे को सलामी देने को लेकर मौलाना की ओर से जारी किए गए फतवे को खारिज करना तीन मुस्लिम लड़कों के लिए भारी पड़ गया‌।

Update: 2023-08-12 06:08 GMT

नई दिल्ली। राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को सलामी देने को लेकर मौलाना की ओर से जारी किए गए फतवे को खारिज करना तीन मुस्लिम लड़कों के लिए भारी पड़ गया‌। उनके ही समुदाय के कुछ लोगों द्वारा प्रताड़ित किए जाने से आहत होकर उन्होंने फिनायल पी लिया और इंस्टाग्राम पर वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। मामला उजागर होते ही दारुल उलूम संस्थान के कर्ताधर्ताओं की ओर से थाने पहुंचकर उल्टे फिनाइल पीने वाले लड़कों के खिलाफ शिकायत दर्ज कर दी गई। दरअसल गुजरात के पोरबंदर के एक मौलाना का कथित ऑडियो क्लिप पिछले दिनों वायरल हुआ है जिसमें मौलाना को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि मुसलमानों को राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराने तो चाहिए लेकिन उसे सलामी नहीं देनी चाहिए।

मौलाना का ऑडियो क्लिप वायरल होने के बाद उसे सुनकर छह युवक मौलाना हाफिज वासिफ राजा के पास पहुंचे और जारी किए ऑडियो क्लिप को लेकर सवाल उठाया। मौलाना ने कथित तौर पर स्वीकार किया कि उन्होंने ही यह बयान जारी किया है और क्लिप बिल्कुल सही है। युवाओं ने मौलाना की तिरंगे को सलामी नहीं देने की दलील को खारिज करते हुए कहा कि पैगंबर साहब ने मुसलमानों को संदेश दिया है कि उन्हें देशभक्त होना चाहिए। इसलिए आपका बयान पूरी तरह से गलत है। परंतु मौलाना हाफिज वासिफ रजा अपनी बात पर कायम रहे और एक बार फिर से ऑडियो में कहीं बातों को दोहराया।


आरोप है कि युवकों के इस विरोध के बाद नगीना मस्जिद पोरबंदर और दारुल उलूम गौसे आजम ट्रस्ट के ट्रस्टी 60 वर्षीय यूसुफ मोहम्मद पंजनी की ओर से पुलिस को शिकायत की गई और आरोप लगाया कि आबिद अनवर कादरी, इकबाल अनवर कादरी, समीर युसूफ कादरी, शकील युसूफ कादरी, इम्तियाज हारून, यूनुस कादरी और कुछ अज्ञात लोगों ने तकरीबन 20 दिन पहले और 2 अगस्त को मौलाना की ओर से जारी किए गए ऑडियो के खिलाफ प्रदर्शन किया और इसके बाद वह दारुल उलूम संस्थान पहुंचे। जहां उन्होंने मौलाना हाफिज वासिफ रजा के साथ गाली गलौज करते हुए कुछ लोगों के साथ मारपीट की।

केस दर्ज होने से बाद बुरी तरह से आहत हुए शकील यूनुस कादरी, सोहेल इब्राहिम परमार और इम्तियाज हारून ने इंस्टाग्राम पर रील बनाते हुए उसे वायरल किया और कहा कि उनके ही समुदाय के कुछ लोग उन्हें तिरंगे को सलामी नहीं देने के विरोध पर प्रताड़ित कर रहे हैं और उन्हें समाज से बाहर करने की कोशिश की जा रही है। इसके बाद तीनों लड़कों ने फिनायल पी लिया तीनों की जब हालत बिगड़ी तो उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में ले जाकर भर्ती कराया गया। पुलिस अधीक्षक पोरबंदर भागीरथ सिंह जडेजा ने कहा है कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रही मौलाना की ऑडियो क्लिप को फोरेंसिक जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा जाएगा।Full View

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