हुई बैठक- लगा लॉकडाउन- इनको मिली छूट
लॉकडाउन लगाने का फैसला किया है। इसमें आवश्यक वस्तुओं को छूट दी जाएगी। इसी के साथ जिले के बालसमुद में भी बैठक कर लॉक डाउन लगाने का फैसला किया गया है
बड़वानी/खरगोन। मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले के दो अन्य कस्बों में नागरिकों ने बैठक कर लॉक डाउन लगाने का फैसला किया है। इसके साथ बड़वानी जिले में लॉकडाउन लगाने वाले कस्बों की संख्या 6 हो गई है।
पानसेमल तहसील मुख्यालय पर नगर परिषद के उपाध्यक्ष मनोज चौधरी ने बताया कि नागरिकों और जनप्रतिनिधियों ने बैठक कर 2 से 5 अप्रैल तक लॉकडाउन लगाने का फैसला किया है। इसमें आवश्यक वस्तुओं को छूट दी जाएगी। इसी के साथ जिले के बालसमुद में भी बैठक कर लॉक डाउन लगाने का फैसला किया गया है। इसमें किराना दुकान और आवश्यक दुकानों को छूट रहेगी।
इसके सहित बड़वानी जिले में अब तक 6 स्थानों पर नागरिकों ने आपसी सहमति से लॉकडाउन लगाने का फैसला किया है। इसके पूर्व देवली, वरला, बलवाड़ी और सोलवन में ऐसा किया गया था।
बड़वानी जिला कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा ने कहा कि महाराष्ट्र से मध्यप्रदेश में आने वाले मुख्य मार्गों को छोड़कर जिले के महाराष्ट्र से संलग्न इलाकों को सील कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि शनिवार रात्रि से सोमवार सुबह तक जिले में लॉकडाउन लगाने पर विचार किया जा रहा है। बड़वानी जिले में 3425 संक्रमित लोगों में से 3141 लोगों का उपचार किया जा चुका है जबकि 31 लोगों की मृत्यु हुई है।
उधर, खरगोन जिले में संकट प्रबंधन समूह की अध्यक्षता कर रहे पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि जिले में बिना मास्क के घूमने वालों को 6 घंटों के लिये ओपन जेल में भेजा जाएगा। बैठक में एसडीएम सत्येंद्र सिंह ने कहा कि किसी भी दुकान का कोई भी सदस्य या कर्मचारी संक्रमित पाया जाता है तो वह दुकान 7 दिन के लिए सील कर दी जायेगी। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी गौरव बैनल ने बैठक में कहा कि पूर्व की तरह जिले में प्रवेश करने वाले 13 मार्गों पर नाके बनाए जाएंगे। घर से बाहर रंग पंचमी पर रंग खेलने पर प्रतिबंध रहेगा।
एसडीम खरगोन ने आज बिना मास्क के दुकानदार एवं ग्राहक पाए जाने पर तीन दुकानें तथा दुकानदार व स्टाफ पॉजिटिव पाए जाने पर 2 दुकाने 7 दिन के लिए सील कर दी है। जिले में आज 89 संक्रमित मरीजों की पुष्टि हुई है। सीएमएचओ कार्यालय द्वारा आज जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार जिले में कोरोना से संक्रमित 6402 मरीजों में से 5875 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं, जबकि 118 लोगों की मृत्यु हो चुकी है।
सं बघेल
वार्ता