महापंचायत से आई आवाज-सहारनपुर से ज्यादा है भीड
ग्राम बघरा की किसान पंचायत में सहारनपुर में आयोजित की गई कांग्रेस की किसान महापंचायत से ज्यादा भीड़ है।
मुजफ्फरनगर। जनपद के ग्राम बघरा के कल्याणकारी इंटर कॉलेज के मैदान पर आयोजित कांग्रेस की किसान महापंचायत ने आयोजकों के चेहरे पूरी तरह से खिला कर रख दिए हैं। भीड़ के भीतर से आवाज आ रही है कि ग्राम बघरा की किसान पंचायत में सहारनपुर में आयोजित की गई कांग्रेस की किसान महापंचायत से ज्यादा भीड़ है।
शनिवार को जनपद के ग्राम बघरा के कल्याणकारी इंटर काॅलेज के मैदान पर आयोजित की जा रही किसान महापंचायत में नये कृषि कानून के विरोध के साथ महंगाई और बेरोजगारी एक प्रमुख मुद्दा बने हुए हैं। युवा जहां अपने हाथों में डीजल पेट्रोल और बेरोजगारी के विरोध में नारे लिखे पोस्टर व बैनर लेकर पहुंचे है, वहीं महिलाएं रसोई गैस के बढ़ते दामों को लेकर भारी गुस्से में दिख रही है। किसान नए कृषि कानूनों के विरोध में अपने विचार व्यक्त कर डीजल पेट्रोल के रोजाना बढ़ते दामों पर अपना रोष व्यक्त कर रहे हैं। किसान महापंचायत को संबोधित करने आए नेता भी लोगों की नब्ज को पहचानते हुए डीजल पेट्रोल रसोई के बढते दामों के अलावा बेरोजगारी व देश में आवश्यक चीजों की बढ़ती महंगाई का मुद्दा उठा रहे हैं। लोग अपने हाथों में कांग्रेस के झंडे लेकर लहरा रहे हैं तो मंच से कांग्रेस नेता लगातार विपक्ष को ललकारते हुए नए कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग कर रहे हैं।
किसान महापंचायत में आई भारी भीड को संबोधित करते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि पिछले लगभग 90 दिनों से लाखों किसान राजधानी के गाजीपुर, टीकरी और सिंघु बॉर्डर पर शांति से बैठकर कृषि कानूनों को वापिस लिये जाने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। हम किसानों के साथ कंधे से कंधा मिला कर संघर्ष में अपनी भागीदारी कर है है और आगे भी करेंगे। किसान आंदोलन के चलते अभी तक 215 किसान शहीद हो चुके है। सरकार ने बॉर्डरो को इस कदर अपने सुरक्षा घेरे में ले रखा है जैसे देश की सीमा हो। किसानों को देशद्रोही, आतंकवादी, परजीवी, आंदोलनजीवी कहा गया। मेरा मनाना है कि हमारे देश का हृदय किसान है।