BJP के सिर सजा जिला पंचायत अध्यक्ष पद का ताज-विपक्ष को करारी मात
उलटफेर के दावे करने वाला संयुक्त विपक्ष वोटों की गिनती में औंधे मुंह पड़ा नजर आया है। जिला पंचायत पर एक बार फिर से भाजपा का कब्जा हो गया है।
मुजफ्फरनगर। जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर चल रही गहमागहमी गिनती के बाद घोषित हुए परिणाम के साथ ही समाप्त हो गई है। भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार भारी मतों से जीत हासिल करने में कामयाब रहे हैं। तमाम उछलकूद और भारी हंगामा मचाते हुए उलटफेर के दावे करने वाला संयुक्त विपक्ष वोटों की गिनती में औंधे मुंह पड़ा नजर आया है। जिला पंचायत पर एक बार फिर से भाजपा का कब्जा हो गया है।
शनिवार को जिला मुख्यालय पर जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर हुए मतदान का परिणाम एक बार फिर पूर्वानुमानों के अनुसार भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में गया है। भाजपा उम्मीदवार डॉक्टर वीरपाल निर्वाल अपने प्रतिद्वंदी संयुक्त विपक्ष के सत्येंद्र बालियान को भारी मतों के अंतर से पटखनी देते हुए चुनाव जीतकर जिला पंचायत के अध्यक्ष की कुर्सी पर काबिज होने में कामयाब हो गए हैं। हाईकमान की ओर से केंद्रीय राज्यमंत्री डॉक्टर संजीव बालियान के हाथ सौंपी गई जिम्मेदारी के बाद उनके द्वारा सजाई गई फील्डिंग में भाजपा प्रत्याशी डॉक्टर वीरपाल निर्वाल ने जोरदार बैटिंग की और चैके छक्कों की बरसात करते हुए संयुक्त विपक्ष को एक ही झटके में ठिकाने लगा दिया। बताया जा रहा है कि डॉक्टर वीरपाल निर्वाल को संयुक्त विपक्ष के मुकाबले 26 वोटों के अंतर से भारी जीत हासिल हुई है। परिणाम की घोषणा होते ही भाजपा कार्यकर्ताओं में भारी हर्ष पसर गया। जिसके चलते भाजपा कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे का मुंह मीठा कराते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष पद चुनाव में मिली जीत की मुबारकबाद दी। वैसे भाजपा प्रत्याशी की जीत के अनुमान शुरू से ही लगाए जा रहे थे। लेकिन विपक्ष की ओर से हंगामा और बडी बडी पंचायते करते हुए बढ़ चढ़कर दावे किए जा रहे थे। जिससे लोगों के मन के भीतर भीतरघात की आशंका कहीं ना कहीं पल रही थी। लेकिन आज मतदान के दिन भाजपा समर्थक सभी वोटर एकजुट हुए दिखाई दिये। इसके चलते भाजपा उम्मीदवार डॉ वीरपाल निर्वाल की एक की झटके में जीत सुनिश्चित हो चली। हालांकि संयुक्त विपक्ष ने पुलिस और प्रशासन पर अनियमितता और धांधली के आरोप लगाए। जिसके चलते प्रकाश चैक पर भाकियू समेत संयुक्त विपक्ष के नेताओं ने जमकर हंगामा काटा और बैरिकेडिंग उखाड़कर फेंक दिए। बाद में चुनाव बहिष्कार की घोषणा करते हुए अपनी हार की हताशा जाहिर की। उधर भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने रोहाना स्थित टोल प्लाजा पर अपना विरोध दर्ज कराने के लिए टोल फ्री करा दिया। जिसके चलते टोल प्लाजा को भारी नुकसान से गुजरना पड़ा। अभी प्रशासन की ओर से की जाने वाली विधिवत घोषणा का इंतजार किया जा रहा है।