बढ़ा जलस्तर-फसलों को नुकसान-सड़कों पर पानी से रास्ते बंद

जलस्तर बढ़ने से जहां स्थानीय किसानों की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है, वहीं सड़कों पर पानी बहने से रास्ते बंद हो गए हैं।

Update: 2021-06-22 06:00 GMT

मुजफ्फरनगर। पहाड़ों में हुई बरसात ने शुक्रताल खादर क्षेत्र के इलाके में बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न कर दिए हैं। जलस्तर बढ़ने से जहां स्थानीय किसानों की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है, वहीं सड़कों पर पानी बहने से रास्ते बंद हो गए हैं।

पहाड़ों में हुई वर्षा का दंश भोपा थाना क्षेत्र के शुक्रताल खादर इलाके के लोगों को झेलना पड़ रहा है। हरिद्वार से गंगा में छोड़े गए पानी से खादर क्षेत्र में किसानों द्वारा बोई गई फसलंे बाढ़ के पानी में डूब गई हैं। हालात ऐसे हो चले हैं कि बाढ़ का पानी सड़कों पर तेजी के साथ बह रहा है। बहाव के तेज होने से रास्ते बंद हो गए हैं और लोगों को आने-जाने में भारी परेशानियां झेलनी पड़ रही है। पहाड़ियों व मैदानी क्षेत्रों में हो रही वर्षा व हरिद्वार से गंगा में छोड़ा गया जल रामराज क्षेत्र के गंगा बैराज पर पहुँचते ही जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुच गया। गंगा बैराज के गेट के सामने अत्यधिक सिल्ट जमा होने से गंगा का पानी ग्राम जीवनपुरी व रामपुर ठकरा में घुस गया। बढ़े हुए जलस्तर को देखकर ग्रामीणों में भय बना हुआ है। लोगो ने सुरक्षित स्थान की ओर जाना शुरू कर दिया।

गंगा में अत्यधिक सिल्ट आ जाने के कारण मध्य गंगा नहर को बन्द कर गंगा बैराज के सभी 28 गेटो को जल निकलने के लिए खोल दिया गया है। किन्तु गंगा बैराज के गेट से थोड़ा आगे गंगा में अत्यधिक सिल्ट जमा होने के कारण गंगा के पानी से हंसवाला के सामने तटबन्ध में कटान शुरू हो गया तो आनन-फानन में सिचाई विभाग व प्रशासनिक अधिकारियों ने कटान में मिट्टी से भरे कट्टे व पत्थर डालकर तटबन्ध को मजबूत करना शरू कर दिया। वही उफनती गंगा का पानी गंगा में जमा सिल्ट के कारण ग्राम जीवनपुरी व रामपुर ठाकरा की बस्ती में घुस गया। जिससे ग्रामीणों में दहशत व्याप्त हो गयी। ग्रामीणों ने आनन-फानन में गांव से निकलकर सुरक्षित स्थान की ओर पलायन करना शुरू कर दिया।

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