समाजहित में संतों की सुरक्षा आवश्यक-ब्रह्मनाथ
संयुक्त रूप से परमार्थ आश्रम ट्रस्ट के महन्त ब्रह्मनाथ भगतजी को राष्ट्रीय संत सुरक्षा परिषद का संरक्षक घोषित किया है।
मुजफ्फरनगर। रतनपुरी थाना क्षेत्र के गांव बड़सू में राष्ट्रीय संत सुरक्षा परिषद के संस्थापक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय प्रकाश भारती महाराज, महामण्डलेश्वर अर्चना सूर्यवंशी, 108 संतोष सूर्यवंशी, अखाडा परिषद लिस्बन पुर्तगाल, मोनीबाबा, टिक्कर बाबा केदारनाथ धाम, महाराष्ट्र के प्रदेश अध्यक्ष आनन्द जी महाराज, मराठवाडा अध्यक्ष माधवदेव काते, गौरक्षक प्रकोष्ठ के तेलांगना प्रदेश अध्यक्ष भूमया अप्पा, विदर्भ मण्डल अध्यक्ष स्वामी परशुराम धुले व राष्ट्रीय संत सुरक्षा परिषद के राष्ट्रीय महासचिव योगेश्वर दत्त शर्मा ने संयुक्त रूप से परमार्थ आश्रम ट्रस्ट के महन्त ब्रह्मनाथ भगतजी को राष्ट्रीय संत सुरक्षा परिषद का संरक्षक घोषित किया है।
गौरतलब है कि राष्ट्रीय संत सुरक्षा परिषद के सभी संत अयोध्या से हरिद्वार में आयोजित कुम्भ में भाग लेने के लिए जाते समय खतौली कोतवाली क्षेत्र के गांव बडसू स्थित परमार्थ आश्रम में कुछ समय के लिए रूके थे। यहां उन्होंने पत्रकारो को बताया कि समाजहित में संतों पर हो रहे हमलों का प्रतिकार करने के लिए संगठन का विस्तार किया जा रहा है, इसी कडी में परमार्थ आश्रम ट्रस्ट के संस्थापक, अध्यक्ष महन्त ब्रह्मनाथ भगतजी का संरक्षक के रूप में अलंकरण किया गया है। उन्होंने महन्त ब्रह्मनाथ से अपेक्षा की है कि उनके मार्ग निर्देशन में संगठन का और अधिक विस्तार होगा और उसके द्वारा समाजहित के कार्य प्रभावी रूप किये जा सकेंगे। राष्ट्रीय संत सुरक्षा परिषद के नव नियुक्त संरक्षक महन्त ब्रह्मनाथ ने बताया कि वे संगठन द्वारा सौंपे गये दायित्व का पूरे मनोयोग से पालन करेंगे और इस बात की हर दम कोशिश करेंगे कि जनहित संगठन की भूमिका प्रमुख बन सके।
इससे पूर्व बतौर विशिष्ट अतिथि हिन्दू जागरण मंच के राजेन्द्र धनगर ने माल्यार्पण करके सभी संतों का स्वागत-सत्कार किया। इस अवसर पर विशाल सैनी, विनीत सैनी, पंकज सैनी, पंडित उमेश, सुभाष प्रधान, आत्माराम सैनी, ठाकुर ओमबीर मूछ व पंडित डब्बू आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।