कांग्रेस किसान महापंचायतः किसान की न जात होती है, न मजहब- आराधना मिश्रा
किसान लम्बे समय से अपने हकों के लिए लड़ाई लड़ रहा है, लेकिन सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही।
मुजफ्फरनगर। कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा ने कहा कि किसान की न जात होती है और न कोई मजहब होता है। किसान केवल और केवल धरती का बेटा होता है। उन्होंने कहा कि किसान लम्बे समय से अपने हकों के लिए लड़ाई लड़ रहा है, लेकिन सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही।
कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा ने कहा कि आज प्रियंका गांधी के नेतृत्व में किसान पंचायत बुलाई गई है। इस किसान पंचायत में आप सबको आमंत्रित किया गया है। उन्होंने कहा कि कितने दुःख की बात है कि आज 12 सप्ताह का समय बीत गया है। धरती का भगवान लगातार आंदोलन कर रहा है। 300 से ज्यादा किसान शहीद हो चुके हैं, बावजूद इसके बीजेपी सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री पूरे देश में घूमते हैं। मन की बातें करते हैं, लेकिन उनके पास समय नहीं है कि किसानों के प्रति संवेदना व्यक्त कर सकें। उन्होंने कहा कि रामपुर में हमारा नौजवान शहीद हुआ, हमारी नेता प्रियंका गांधी और हम सब उनके यहां संवेदना व्यक्त करने गये थे, लेकिन सरकार को कोई भी मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि इस दौरान मुझे महात्मा गांधी की बात याद आ रही हैं।
जब देश आजादी के लिए लड़ाई लड़ रहा था, तो महात्मा गांधी ने कहा था कि भारत के विकास का रास्ता खेल-खलिहान से निकलता है। जिस देश का किसान परेशान है, वह देश कभी भी खुशहाल नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि आज किसान धरने पर बैठे हैं अपने हकों के लिए आंदोलन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसान की न जात होती है और न ही मजहब होता है। किसान केवल धरती का बेटा होता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस किसान के साथ है। किसान के हक की बात करती है। सरकार को झुकना होगा, कृषि बिलों को वापिस लेना होगा।