एक दिन की अधिकारी बनी बेटियां कुर्सी पर बैठ खूब इतराई

एक दिन की अधिकारी बनी बेटियों के मनोमस्तिष्क ने उनके भीतर मेहनत से पढाई-लिखाई कर कुर्सी पर स्थाई तौर पर बैठने का जज्बा उत्पन्न किया।

Update: 2021-01-23 13:15 GMT

मुजफ्फरनगर। राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर प्रोबेशन विभाग द्वारा दिये गये मौके का फायदा उठाते हुए बेटियों ने कमान संभालकर व्यवस्था में आमूलचूल परिवर्तन लाने के पुरजोर प्रयास किये। एक दिन की अधिकारी बनी बेटियों के मनोमस्तिष्क ने उनके भीतर मेहनत से पढाई-लिखाई कर कुर्सी पर स्थाई तौर पर बैठने का जज्बा उत्पन्न किया।

शनिवार को राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर जनपद मुजफ्फरनगर मे बेटी बचाओ-बेटी पढाओ योजना के अन्तर्गत विभिन्न प्रकार के जन-जागरुकता कार्यक्रम एवं गतिविधियां आयोजित की गईं। भारत सरकार की सहायता योजना के अंतर्गत जनवरी माह में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ सप्ताह मनाया जा रहा है। जिसके अंतर्गत राष्ट्रीय बालिका दिवस, 2021 और मिशन शक्ति अभियान संचालित किए जा रहे हैं।


राष्ट्रीय बालिका दिवस पर मेगा इवेंट "नायिका" के अंतर्गत जनपद के समस्त प्रशासनिक पदों पर मेधावी बालिकाओं को एक दिन की सांकेतिक अधिकारी नायिका नियुक्त किया गया। जिसके अंतर्गत जनपद के विभिन्न प्रशासनिक पदों पर स्कूल की छात्राओं ने अधिकारी की भूमिका का पूरी दृढता के साथ निर्वहन किया। शहर के नगरपालिका कन्या इंटर कॉलेज व एमजी पब्लिक स्कूल की छात्राओं को यह अवसर मिला। जिसके अंतर्गत छात्राओं ने जिला विधालय निरीक्षक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला प्रोबेशन अधिकारी, प्रभारी महिला थाना तथा महिला कल्याण अधिकारी के पदों पर बैठकर अपनी जिम्मेदारी अदा की। नगर पालिका कन्या इंटर कॉलेज से नो और एमजी पब्लिक स्कूल से तीन छात्राओं ने प्रतिभाग किया। जिला विद्यालय निरीक्षक के पद पर जैनब कक्षा 11 की छात्रा को नियुक्त कराया गया और इसी के साथ एमजी पब्लिक स्कूल की छात्रा वंशिका एक दिन की जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी बनी। जिला प्रोबेशन अधिकारी के पद पर लबीबा, प्रभारी महिला थाना के पद पर मुस्कान और महिला कल्याण अधिकारी के पद पर नेहा को नियुक्त कराया गया। बालिकाओं द्वारा बताया गया कि उन्होंने आज इस बात पर गर्व महसूस हो रहा है कि उन्हें उस पद पर आज नियुक्त कराया गया जहाँ वो पहुँचना चाहती थी।


पदभार ग्रहण करने के दौरान बेटियां इस बात को भी समझ पाई कि हर अधिकारी के क्या कर्तव्य है और इसके साथ-साथ उस पद पर पहुँचने के लिए बालिकाओं को कैसी तैयारी करनी पड़ती है। वंशिका द्वारा बताया गया कि वह कुर्सी पर बैठकर गर्व अनुभव कर रही है। आज हमें यह अवसर मिला है,जहाँ पर हमारी जाने की इच्छा है। जिला प्रोबेशन अधिकारी बनी लबीबा ने अपने कार्यों के बारे में बच्चों को समझाया और बच्चों को प्रेरित किया कि वे भी उस पद तक पहुँचने के लिए आगे बढ़े। महिला थाना, वन स्टॉप सेंटर व पुलिस फेस्लीटेशन ऑफिसर को प्रमाण पत्र देकर मिशन शक्ति के अभियान के अंतर्गत सम्मानित किया गया।


कार्यक्रम के अन्तर्गत कोविड-19 संबंधी गाइडलाईन एवं दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित किया गया। सोशल डिस्टेंसिंग व मास्क संबंधी नियमों का भी विशेष ध्यान रखा गया। कार्यक्रम में जिला विधालय निरीक्षक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला प्रोबेशन अधिकारी, प्रभारी महिला थाना, महिला कल्याण अधिकारी शिवांगी बालियान, नीरू का योगदान रहा।



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