राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर लोगों को जागरूक कर दिलाई मतदान की शपथ
जनपद भर में राष्ट्रीय मतदाता दिवस जोशो-खरोश के साथ मनाया गया।
मुजफ्फरनगर। जनपद भर में राष्ट्रीय मतदाता दिवस जोशो-खरोश के साथ मनाया गया। इस मौके पर नुमाईश ग्राउंड और नगर पालिका परिषद व अन्य कार्यालयों में आयोजित किये गये कार्यक्रमों में उपस्थित लोगों को मताधिकार की जानकारी देते हुए समय से वोट बनवाने और चुनाव के समय अपने मताधिकार के प्रयोग के प्रति जागरूक करते मतदान करने की शपथ ग्रहण कराई।
जिला मुख्यालय पर शहर के मेरठ रोड स्थित नुमाईश ग्राउंड में हुए मुख्य आयोजन में वक्ताओं ने बताया कि भारतीय संविधान के मुताबिक, जनता ही इस अनूठे लोकतंत्र की बुनियाद है, जहां जनता सरकार को चुनती है। भारत निर्वाचन आयोग पूरे देश में इस बार 7 वां राष्ट्रीय मतदाता दिवस मना रहा है। राष्ट्रीय मतदाता दिवस का उद्देश्य लोगों की चुनाव के समय मतदान में अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करने के साथ-साथ मतदाताओं को एक अच्छा, साफ-सुथरी छवि का प्रतिनिधि चुनने के लिए मतदान करने के प्रति जागरूक करना है। इस बार राष्ट्रीय मतदाता दिवस की थीम 'मतदाताओं को सशक्त, सचेत, सुरक्षित और जागरूक'बनाना है। राष्ट्रीय मतदाता दिवस के उपलक्ष्य में नगर पालिका परिषद के हाॅल में आयोजित किये गये कार्यक्रम में चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल ने पालिका के समस्त अधिकारियों व कर्मचारियों को मतदान करने की शपथ ग्रहण करवाई। इस मौके पर स्टेनो अध्यक्ष गोपाल त्यागी, एसके बिटटू आदि मुख्यरूप से मौजूद रहे।
गौरतलब है कि मतदाता दिवस का आयोजन वर्ष 2011 की 25 जनवरी से शुरू हुआ था। देश की तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने इस दिन 'राष्ट्रीय मतदाता दिवस' का शुभारंभ किया था। इसका आरंभ 1950 में चुनाव आयोग के 61 वें स्थापना दिवस पर हुआ। वर्ष 2011 के पहले राष्ट्रीय दिवस का दिन अस्तित्व में नहीं था।
दरअसल विश्व में भारत को सबसे बडा लोकतांत्रिक देश माना जाता है। जहां लोग मतदान के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझते हुए लोकतंत्र के इस यज्ञ में आहूति देते हुए जोशो-खरोश के साथ मतदान करते है। लेकिन सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश भारत में मतदान को लेकर कम होते रुझान को देखते हुए राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जाने लगा था। इसके मनाए जाने के पीछे निर्वाचन आयोग का उद्देश्य था कि देश भर के सभी मतदान केंद्र वाले क्षेत्रों में हर साल उन सभी मतदाताओं की पहचान की जाएगी, जिनकी उम्र एक जनवरी को 18 साल हो चुकी होगी।
इस दिन देश में सरकारों और अनेक सामाजिक संस्थाओं द्वारा लोगों को मतदान के प्रति जागरूक करने के लिए अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। जिससे देश की राजनैतिक प्रक्रियाओं में लोगों की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित की जा सके।