डीजल पेट्रोल की बढ़ती कीमतों से व्यापारियों में आया उबाल
आवश्यक वस्तुओं की रोजाना बढ़ रही कीमतों से परेशान व्यापारियों ने कलेक्ट्रेट में महंगाई के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया।
मुजफ्फरनगर। डीजल पेट्रोल व रसोई गैस सिलेंडर के साथ अन्य आवश्यक वस्तुओं की रोजाना बढ़ रही कीमतों से परेशान आए व्यापारियों ने कलेक्ट्रेट में महंगाई के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया।
बृहस्पतिवार को अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के बैनर तले इकट्ठा हुए दर्जनों व्यापारी बढ़ती महंगाई के विरोध में प्रदेश मंत्री संजय मित्तल की अगुवाई में जोरदार नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे। जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रधानमंत्री के नाम दिए गए ज्ञापन में व्यापारियों ने बताया कि पिछले काफी समय से कच्चे तेल की कीमतें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगातार कम चल रही है। परंतु हमारे देश में केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोलियम पदार्थों पर भारी करो का बोझ लादने के कारण डीजल, पेट्रोल और रसोई गैस की कीमतें लगातार आसमान छूती जा रही है। हालात यहां तक पहुंच गए हैं कि पेट्रोल की कीमत 100 रूपये प्रति लीटर से भी ऊपर तक पहुंच गई है। घरेलू गैस सिलेंडर 800 रूपये का हो गया है।
सरकार सब्सिडी के नाम पर लागों को ठेंगा दिखा रही है। डीजल-पेट्रोल की बढ़ती कीमतों का असर अन्य आवश्यक चीजों पर भी पड़ रहा है। ट्रकों का भाड़ा बढ़ने की वजह से आवश्यक वस्तुओं के दामों में भी रोजाना बाजार में तब्दीली हो रही हैं। बढ़ती महंगाई के कारण मध्यमवर्गीय परिवारों की कमर टूट गई है। गरीब लोग रोजाना बढती खाने-पीने की चीज़ो के दामों की बढोत्तरी से बुरी तरह से त्राहि-त्राहि कर उठे हैं। सरकार बढ़ती महंगाई का ठीकरा पूर्व की सरकारों पर फोडते हुए अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड रही है। व्यापारियों ने डीजल पेट्रोल और रसोई गैस को जीएसटी के दायरे में लाने की राष्ट्रपति से मांग की। धरना प्रदर्शन कर ज्ञापन देने वाले व्यापारियों में अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल से जुड़े अनेक पदाधिकारी और कार्यकर्ता मुख्य रूप से शामिल रहे।