PRV बनी मददगार तो हार्ट अटैक के मरीज की बच गई जान
पीआरवी के जवानों की इस प्राण रक्षक कार्य के लिये ग्रामीणों द्वारा मुक्त कंठ से प्रशंसा की जा रही है
मुजफ्फरनगर। झगड़े के मामले का निपटारा कराने के बाद वापस लौट रही पीआरवी के जवानों ने रास्ते में सीना पकड़कर दर्द से कर्राह रहे व्यक्ति को समय से अस्पताल पहुंचाकर उसकी जान बचा ली। जिससे एक परिवार अनाथ होने से बच गया। पीआरवी के जवानों की इस प्राण रक्षक कार्य के लिये ग्रामीणों द्वारा मुक्त कंठ से प्रशंसा की जा रही है।
दरअसल मंगलवार को जनपद के भोपा थाना क्षेत्र के ग्राम रसूलपुर से पीआरवी 2232 को गांव में झगड़ा हो जाने की जानकारी मिली। सूचना पाते ही पीआरवी पर तैनात पुलिस के जवान तुरंत ही गांव में पहुंचे और मामले का निपटारा कराया। झगड़े के मामले का निपटारा करने के बाद वापस लौट रहे पीआरवी जवानों को रास्ते में सुनसान स्थान पर सडक किनारे एक बाइक खड़ी हुई मिली और उसके पास जमीन पर पड़ा व्यक्ति अपने सीने को पकड़कर दर्द से बुरी तरह कर्राह रहा था। पीआरवी जवानों ने उसके पास पहुंच कर मामले की जानकारी ली और सीना पकड़कर दर्द से कर्राह रहे व्यक्ति को इलाज देने के लिये तुरंत एक निजी चिकित्सक से संपर्क किया। जहां प्राइवेट चिकित्सक ने उक्त व्यक्ति को हार्ट अटैक की संभावना बताते हुए तुरंत इलाज मुहैया कराने के लिए कहा तथा फोन पर कुछ दवाइयां भी बता दी। पीआरवी कर्मियों ने तुरंत उन दवाइयों को दुकान से लाकर मरीज को दिया और घर वालों से संपर्क कर उन्हें मौके पर बुलाया। इस दौरान मरीज को पीआरवी कर्मियों द्वारा दी गई दवाइयों से काफी आराम मिल चुका था। इसके बाद मौके पर पहुंचे परिजन तुरंत की मरीज को लेकर मुजफ्फरनगर के लिए चले गए। इस तरह से पीआरवी जवानों की तत्परता और सजगता से राह चलते एक व्यक्ति असमय जान जाने से बच गई। बताया जा रहा है कि रास्ते में दर्द से कर्राहता हुआ मिला व्यक्ति किसी फैक्ट्री में काम करने के बाद अपने घर वापस लौट रहा था।